लखीमपुर कांड पर प्रज्ञा ने बहुत भयंकर धोया बीजेपी के मंत्री (BJP Minister) का किसान संहारक वीर पुत्र :संपादकीय व्यंग्य

वाह वाह वाह.. मंत्री बाप ने भड़काया लड़के ने किसानों को अपनी जीप से उड़ाया…बाहर करना था..टेनी को बाहर कर दिया..वरुण गांधी को..इस्तीफा गृह राज्य मंत्री (BJP Minister) का मांगना चाहिए था लेकिन राष्ट्रीय कार्यकारिणी से बाहर किसे किया जिसने किसानों के लिए बोला..किसानों के गुनहगार गृह मंत्रालय में सलामी ठुकवा रहे हैं..और जो किसानों के पक्ष में बोल रहा है बीजेपी उसको बाहर कर रही है..
वरुण गांधी को बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी से बाहर कर दिया गया है..बहुत दिन से बीजेपी में रहते हुए किसानों के बारे में बोल रहे थे..बीजेपी में रहते हुए..पाकिस्तान के बारे में बोला जाता है..तालिबान के बारे में बोला जाता है..खालिस्तान के बारे में बोला जाता है..कांग्रेस के बारे में बोला जाता है..डंका वंका के बारे में बोला जाता है..लेकिन शायद राहुल गांधी बीजेपी की रूल बुक पढ़कर भूल गए हैं..बताईये मरियल किसानों के बारे में बोल रहे थे..
वरुण गांधी बीजेपी निकाले या रखे ये उनका मामला है लेकिन मैं मानसिकता बता रही हूं..वरुण गांधी को अपने दल के दलदल में बड़ी जगह बनाने वाले टेनी से सीखना चाहिए..आईडियोलॉजी बड़ी चीज होती है..बीजेपी में रहकर..आम आदमी वाली आईडियोलॉजी नहीं चलेगी..
खैर किसान संहारक वीर पुत्र को जन्म देने वाले 21वी सदी के राजपुरुष अजय मिश्रा उर्फ टेनी जी..इस समय गृह मंत्री अमित शाह जी के दरबार में हैं..गृह राज्य मंत्री (BJP Minister) अजय मिश्रा टेनी जी सफाई दे रहे होंगे..क्षमा मांग रहे होंगे..या उनको ऐसा महान पुत्र पैदा करने की शाबाशी दी जा रही होगी..ये मैं नहीं जानती..मेरा कोई सूत्र..तार..गुप्तचर..टाइप आदमी उधर नहीं है..
लेकिन एक बात तो ऊपर वालों को माननी पड़ेगी..जो काम कीले वीलें बिछाकर..जो काम लाल किला कांड के बाद या कांड के समय..बड़े बड़े शड्यंत्र या तंत्र मंत्र नहीं कर पाए..वो काम एक अकेले टोने के लड़के ने एक अकेली अपनी 14 लाख की जीप से कर करवा दिया..विधायक का चुनाव लड़ने से पहले..आतंकियों को कैसे मारा जाना चाहिए टेनी के लड़के ने उसका उदाहरण देश को दिखाया है..
मंत्री टोनी (BJP Minister) के लड़के की गिरफ्तारी अब तक हुई नहीं है..ना ही मंत्री का इस्तीफा विस्तीफा मांगा गया है..कहीं ऐसा तो नहीं इस बार छब्बीस जनवरी पर टेनी के लड़के को मोदी जी अपने सेंट्रल विस्टा के सामने होने वाली परेड में हाथी पर बिठाने की तैयारी कर रहे हो..4 किसान..1 ड्राइव..2 बीजेपी नेता..और एक पत्रकार को एक अकेली थार गाड़ी से उड़ा देना..आसान थोड़े है..
जब एक जीप से दुश्मनों को मारने वाले वीर अब्दुल हमीद को परमवीर चक्र मिल सकता है..बहादुरी का मैडल मिल सकता है..तो अपने टेनी का लड़का कोई अब्दुल हमीद से कम है क्या..ये भी जीप लेकर गया था..इसकी जीप में तो तोप भी नहीं थी..बिना तोप के इतने आतंकी मवाली खालिस्तानी किसानों को मारकर आया है..ऊपर से मंत्री का लड़का भी है..मैं मोदी जी से पर्सनली इनसिस्ट करती हूं…प्लीज देश हित में..
किसान संहारक मंत्री पुत्र..भयभीत रहते हैं किसान जिससे उस आशीषेंद्र बाहुबली को इस बार 26 जनवरी की परेड में हाथी पर जरूर बिठाईयेगा..प्लीज..और जिस मंत्री बाप (BJP Minister) ने इतनी महान औलाद पैदा की है उसका प्रमोशन करके..उसे कम से कम गृह मंत्री..रक्षा मंत्री.वत्त मंत्री..वगैरह वगैरह कुछ जरूर बनाईयेगा..
और ये वरुण गांधी जैसे लोग..बताईये किसानों पर जीप चढ़ाने से ही भावुक हो जाते हैं..बीजेपी ने उस बोटी बोटी वाले वरुण को अपनी पार्टी में रखा था..जिसके भीतर जान थी..जिसके भीतर मुसलमानों के लिए एक आग जल रही थी..लेकिन बताईये..आग ठंडी हो गई..वरुण गांधी दगे कारतूस हो गए..
मरियल किसानों के लिए हमदर्दी दिखाने लगे..ऐसे लोगों का बीजेपी क्या करेगी..ना मुसलमानों को पाकिस्तान जाने की धमकी दे पा रहे हैं..ना किसानों को मवाली बता पा रहे हैं..ना तालिबान पर कुछ बोल पा रहे हैं..बताईये ऐसे शुद्ध सात्विक लोगों को बीजेपी क्या करे आप बताईये..
अगर वरुण गांधी में वो पहले वाली आग होती तो मंत्री बनाए जाते कि नहीं बनाए जाते.. लेकिन वरुण की जगह टेनी को मंत्री (BJP Minister) बनाना पड़ा..टेनी में आग थी..साथ ही उसके लड़के में आग थी..टैलेंट संसाधनो के लिए रुका नहीं रहता है..कि जब बंदूक भाला खरीदकर दिया जाएगा..
तभी बीजेपी के दुश्मन किसानों को मारा जाएगा तब तक हाथ पर हाथ धरे बैठे रहेंगे..देखिए मंत्री (BJP Minister) का लड़का उसके पास उस समय जो था उसी से अपने आकाओं के दुश्मनों को साफ करने उतर गया..दोस्तों किसी ने कहा था जब आपके जुबान पर ताले लगा दिए जाएं तो व्यंग्य की चाबी से उस ताले को तोड़ डालिए..ये आज की परिस्थितियों पर एक छोटा का व्यंग्य था..कैसा लगा कमेंट में बताईये..
Disclamer- उपर्योक्त लेख लखनऊ के वरिष्ठ पत्रकार द्वारा लिखा गया है. लेख में सुचनाओं के साथ उनके निजी विचारों का भी मिश्रण है. सूचना वरिष्ठ पत्रकार के द्वारा लिखी गई है. जिसको ज्यों का त्यों प्रस्तुत किया गया है. लेक में विचार और विचारधारा लेखक की अपनी है. लेख का मक्सद किसी व्यक्ति धर्म जाति संप्रदाय या दल को ठेस पहुंचाने का नहीं है. लेख में प्रस्तुत राय और नजरिया लेखक का अपना है.