अब बीजेपी ने ‘श्री राम’ की बदली जाति, कहा- वैश्य समाज के हैं भगवान राम
जब से सीएम योगी ने हनुमान जी पर विवादित बयान दिया है. तब से बीजेपी हनुमान जी को छोड़ ही नहीं रही है. आए दिन कोई न कोई नेता हनुमान जी की जाति बता रहा है. मगर अब हनुमान जी के प्रभु श्री राम को भी सियासत में खींच लिया है. बीजेपी वालों ने भगवान श्री राम की भी जाति बता डाली है.
श्री राम की बदली जाति
बीजेपी के फायर ब्रांड नेता एवं बीजेपी व्यापार प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक विनीत अग्रवाल शारदा ने हापुड़ में एक कार्यक्रम में कहा कि ‘हनुमान के साथ भगवान श्रीराम भी वैश्य समाज से हैं. वैश्य लोग भगवान श्रीराम के ही वंशज हैं. हनुमान जी को भगवान श्री राम का दत्तक पुत्र कहा जाता है. इससे साफ कि भगवान राम भी वैश्य थे.

बीते दिनों एक चुनावी रैली में प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हनुमान जी को दलित बताया था. जिसके बाद काफी विवाद बढ़ गया था. और बाद में इस बयान पर योगी ने सफाई भी दी थी. कि उनका कहने का कुछ और मतलब था. उसको गलत तरह से लिया गया है. तब से हनुमान जी की कई जाति बदल दी गई. हर एक नेता अपने हिसाब से उनकी जाति बताने लगा.
बीजेपी के एमएलसी बुक्कल नवाब ने तो हनुमान जी को मुसलमान ही बता डाला. उनका कहना है कि हनुमान जी दलित नहीं मुसलमान थे. क्युकी मुसलमानों में ही ऐसे नाम होते हैं.
कब शुरू हुआ था विवाद ?
हनुमान जी पर विवाद यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के एक बयान से शुरू हुआ था. जब उन्होंने अलवर के मालाखेड़ा में हुई अपनी चुनावी सभा में हनुमान जी को एक दलित बता दिया था. जिसके बाद तो जैसे राजनीति में भूचाल सा आ गया है. एक तरफ एक के बाद एक करके सब हनुमान जी की जाति बदलने लगे वहीं दूसरी तरफ सभी दलित हनुमान जी के मंदिरों पर अपना कब्ज़ा करने लगे थे.
बदलीं कई जाति-
केंद्रीय मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री सत्यपाल चौधरी ने भी हनुमान जी को आर्य बता दिया. उनका कहना है की हनुमान जी आर्य थे.
उत्तरप्रदेश अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष नन्द किशोर साय ने कहा की बजरंगबली दलित नहीं, जनजाति के थे.
योग गुरु रामदेव ने कहा कि गुणों और कर्म के आधार पर हनुमान जी एक ब्राह्मण हैं.
मुसलमान होने का तर्क
सपा से बीजेपी में आए एमएलसी बुक्कल नवाब ने बजरंग बली के मुसलमान होने का तर्क भी दिया है. उनका कहना है कि जिस तरह रहमान, सुल्तान, इमरान मुसलमानों के नाम हैं ठीक उसी तरह हनुमान नाम भी मुसलमान का है. हम ऐसे 100 नामों की लिस्ट दे देंगे और इन सौ लोगों के नाम हनुमान जी पर ही रखे गए हैं, इसलिए हम यही समझते हैं कि हनुमान जी एक मुसलमान थे.
कांग्रेस और सपा का पलटवार
बुक्कल नवाब के बयान के बाद कांग्रेस के एमएलसी दीपक कुमार बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा था की बीजेपी पहले ये तय कर ले कि हनुमान जी की जाति क्या है. हमें तो ये पता है कि हनुमान जी सभी के पूज्य देवता हैं और हमेशा रहेंगे. हनुमान जी पवनसुत हनुमान हैं. सपा प्रवक्ता राजपाल कश्यप ने भी बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा था कि मुख्यमंत्री और उनके सभी मंत्री हनुमान जी की जाति बताने में लगे हुए हैं. उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने तो सीता माता को भी नहीं छोड़ा उन्होंने तो सीता जी को टेस्ट ट्यूब बेबी बता दिया था.
हनुमान जी को मिले जाति प्रमाण-पत्र
यूपी में नई पार्टी बनकर उभर रही शिवपाल की पार्टी ने भी दलित वाले बयान पर सवाल खड़े करने शुरू कर दिए हैं. शिवपाल की पार्टी से जुड़े उनके कार्यकर्ताओं ने वाराणसी के जिलाधिकारी को एक पत्र लिखा था. जिसमें भगवान हनुमान को जाति प्रमाण पत्र देने की मांग की गई थी. कार्यकर्ताओं ने ये भी कहा था. कि अगर भगवान हनुमान को जाति प्रमाण पत्र नहीं दिया गया तो हम लोग वाराणसी के जिलाधिकारी कार्यालय पर धरना देंगे. कुछ लोगों का मानना है की प्रगतिशील समाजवादी पार्टी द्वारा ये कदम सिर्फ लोगों का ध्यान अपनी तरफ बनाये रखने का है.