72 घंटे के लिए बैन हुईं ‘साध्वी प्रज्ञा’, इस बयान पर हुई बड़ी कार्रवाई
चुनाव आयोग ने भोपाल से भारतीय जनता पार्टी की प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा ठाकुर के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए उनके चुनाव प्रचार पर तीन दिन की रोक लगा दी है. जो आज 2 मई सुबह 6 बजे से लागू हो जायेगा.

इस दौरान अब वो कोई जनसभा या रैली नहीं कर पाएंगी. इसके अलावा कोई इंटरव्यू और चुनावी बयानबाजी भी नहीं कर पाएंगी. चुनाव आयोग ने ये कार्यवाही उनके उस बयान पर लिया है जिसमें उन्होंने बाबरी विध्वंस पर खुशी जताई थी और कहा था कि उन्हें इस पर गर्व है. आयोग ने उनके इस बयान को आचार संहिता का उल्लंघन माना है. और उनपर 72 घंटे का बैन लगा दिया है.
साध्वी प्रज्ञा ने कुछ दिन पहले एक टीवी चैनल पर कहा था कि अयोध्या में विवादित ढांचे तोड़ने पर मुझे गर्व है. मैं खुद विवादित ढांचा गिराने गई थी. मुझे ईश्वर ने शक्ति दी थी, हमने देश का कलंक मिटाया है. हालाँकि जब आयोग ने इस पर साध्वी प्रज्ञा से जवाब मांगा तो उन्होंने कहा था कि चैनल को उन्होंने तब ये बयान दिया था, जब वे भाजपा प्रत्याशी नहीं थीं. उन्होंने कहा कि मैंने अंतर्मन की बात कही थी.
आयोग ने अपने लिखित आर्डर में साध्वी प्रज्ञा को जमकर फटकार लगाई है. आयोग ने उन्हें नसीहत देते हुए कहा है कि इस तरह के बयानों से साध्वी प्रज्ञा ठाकुर को भविष्य में बचना चाहिए. उन्हें याद रखना चाहिए कि चुनाव के दौरान धार्मिक और जातिगत आधार पर वोट नहीं मांगा जा सकता है. उनके बयानों से सीधे तौर पर चुनाव आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन हुआ है. इस कारण आयोग ने उन्हें 72 घंटे के लिए चुनाव प्रचार से दूर किया है.
बतादें की साध्वी प्रज्ञा ने पिछले महीने 5 दिन लगातार विवादित बयान दिए थे. जिस पर जमकर बवाल हुआ था और बीजेपी को भी इसका जवाब देने में मुश्किल हो गई थी. देखिये क्या बोला था साध्वी ने-
17 अप्रैल को साध्वी ने कहा कि दिग्विजय मेरे लिए चुनौती नहीं हैं. ये धर्मयुद्ध है और हम इसे जीतेंगे.
18 अप्रैल को साध्वी ने कहा कि जो गलती मैंने नहीं की उसे मैं स्वीकार भी नहीं करूंगी. मुझसे पूछा जाता था कि मैं किससे साथ बैठक करती हूं, क्या प्रशिक्षण देती हूं. मुझे लेकर गए और गैरकानूनी तरीके से 13 दिनों तक रखा. पहले ही दिन बिना कुछ पूछे पीटना शुरू कर दिया. चौड़े बेल्ट से मारा जाता था. बेल्ट इतना सख्त होता था कि एक बार में ही शरीर सूज जाता है और दूसरे बेल्ट में छिल जाता था. बेल्ट की मार से पूरा नर्वस सिस्टम सुन्न पड़ जाता था. वे दिन-रात पीटते थे.
19 अप्रैल को साध्वी ने कहा कि हेमंत करकरे ने मुझे मालेगांव ब्लास्ट मामले में झूठे आरोप में फंसाया और मेरे साथ बहुत बुरा बर्ताव किया. मैंने उससे कहा था कि तेरा सर्वनाश होगा. ठीक सवा महीने तक सूतक लगा है. जिस दिन मैं गई थी उस दिन इसके सूतक लग गया था. ठीक सवा महीने में आतंकवादियों ने इसको मारा, उस दिन उसका अंत हुआ.
20 अप्रैल को साध्वी ने कहा कि राम मंदिर जरूर बनेगा. एक भव्य मंदिर बनेगा. हम मंदिर वहीं बनाएंगे. आखिरकार, हम ढांचे को ध्वस्त करने के लिए गए थे. मैंने ढांचे पर चढ़कर उसे तोड़ दिया. मुझे गर्व है कि भगवान ने मुझे यह मौका और ऐसा करने के लिए शक्ति दी, और मैंने उसे कर दिया. अब हम वहीं राम मंदिर बनाएंगे.
21 अप्रैल को साध्वी ने कहा कि हां, मैं अयोध्या गई थी. मैंने कल भी ये कहा था. मैं मना नहीं कर रही. मैंने ढांचे को तोड़ा था. मैं वहां जाकर राम मंदिर निर्माण में भी मदद करूंगी. कोई हमें ऐसा करने से नहीं रोक सकता. राम राष्ट्र हैं, राष्ट्र राम हैं.