भीम आर्मी प्रमुख ‘चंद्रशेखर’ कई पदाधिकारियों समेत गिरफ़्तार, समर्थकों ने जमकर काटा बवाल-
चुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है. और आदर्श आचार संहिता भी लग चुकी है. अब कोई भी पार्टी या कोई भी दल बिना अनुमति के रैली नहीं निकाल सकता. मगर कुछ लोग अपनी आदत से मज़बूर रहते हैं. जिसमें भीम आर्मी भी शामिल है.

भीम आर्मी के कार्यकर्ता देवबंद में बिना अनुमति के रैली निकाल रहे थे. मगर हर चौराहे पर पुलिस फ़ोर्स तैनात है. ये शायद उनको नहीं पता था. और पुलिस ने भीम आर्मी कार्यकर्ताओं को देवबंद के ग्राम कासिमपुरा में ही रोक लिया. आचार संहिता का उलंघन करने पर पुलिस ने भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर समेत कई पदाधिकारियों को हिरासत में ले लिया. चंद्रशेखर के गिरफ्तार होते ही उसके कार्यकर्ता भड़क गए. और कार्यकर्ताओं ने हाईवे पर जाम लगा दिया और जमकर हंगामा किया.
कुछ देर तक पुलिस से नोकझोंक चलती रही. इसी बीच चंद्रशेखर की तबीयत खराब हो गई. जिसके बाद पुलिस ने चंद्रशेखर को अन्य पदाधिकारियों के साथ मेरठ के आनंद अस्पताल में इलाज के लिए भेज दिया, मगर आनंद अस्पताल ने उन्हें दिल्ली रेफर कर दिया. देर शाम पुलिस ने चंद्रशेखर सहित आठ लोगों को नामजद करते हुए करीब 200 अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है.
भीम आर्मी भारत एकता मिशन द्वारा सोमवार से ही बिना अनुमति के रैली निकाल रही है. भीम आर्मी ने सोमवार को संत रविदास छात्रावास से बिना अनुमति के बहुजन हुंकार रैली निकाली थी, और सहारनपुर से रैली निकालते हुए देवबंद के कासिमपुरा तक पहुंची थी और वहां रात्रि विश्राम किया. इस दौरान लोग उनसे मुलाकात करने के लिए गांव भी पहुंच रहे थे. जबकि पुलिस अपनी सफाई देते हुए दावा करती रही कि भीम आर्मी ने रैली नहीं निकाली.
सीओ अजेय शर्मा ने बताया कि आचार संहिता के उल्लंघन के चलते चंद्रशेखर को जुलूस निकाले जाने से रोका जा रहा था. इस दौरान उनकी तबीयत बिगड़ गई, जिन्हें मेरठ के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है. आचार संहिता के उल्लंघन के मामले में कार्रवाई की जाएगी.