बीजेपी ने खेला ‘अतीक’ पत्ता, जेल में बैठकर ‘अपराधी अतीक’ यहाँ से लड़ेंगे चुनाव, विपक्ष में हड़कंप
लोकसभा चुनाव तो सबको याद है. पर क्या कभी सपा में रहने वाले बाहुबली नेता अतीक अहमद याद हैं. जो अभी जेल में सज़ा काट रहे हैं. हम उनकी बात इसलिए कर रहे हैं क्युकी वो भी इस चुनाव में अपना दबदबा दिखाने वाले हैं.

अतीक अहमद पर बीएसपी विधायक राजू पाल की हत्या का आरोप है. और जेल में वो उसी की सज़ा काट रहे हैं. पहले उन्हें देवरिया जेल भेजा गया. मगर वहां वे अपने घर वालों, और साथियों-समर्थकों से मिल नहीं पाते थे. इसलिए उन्हें देवरिया से बरेली जेल भेजा गया था. अब लोकसभा चुनाव के चलते योगी सरकार ने अपना फायदा देखते हुए अतीक अहमद को उनके घर वाले जेल में पहुंचा दिया है.
मतलब साफ़ है की कुछ खेल होने वाला है. बाहुबली नेता अतीक अहमद अब बरेली से प्रयागराज जेल आ गए हैं. अपराधियों को ठोकने वाली योगी सरकार के इस फैसले से सब हैरान हैं की आखिर बात क्या है. योगी अतीक पर इतना मेहरबान क्यों हो गए हैं. मगर चुनाव जीतने के लिए सब जायज़ है. और बीजेपी वही कर रही है. दरअसल बीजेपी को अपनी एक सीट बचानी है. वो है फूलपुर की.
पहले चर्चा थी की अतीक अहमद चुनाव लड़ना चाहते हैं. तो बीजेपी ने सोचा अतीक ज्यादा नहीं पर थोड़ा तो वोट काट ही सकते हैं. तो क्यों न अपनी एक मज़बूत सीट बचा ली जाये. बस अतीक अहमद को भेज दिया प्रयागराज. अब खबर है कि अतीक अहमद फूलपुर से निर्दलीय चुनाव लड सकते हैं. मालूम हो की 2004 से 2009 तक अतीक फूलपुर से लोकसभा के सांसद रह चुके हैं. उन दिनों वे समाजवादी पार्टी में थे.
अभी वर्तमान समय में इस सीट पर समाजवादी पार्टी का कब्ज़ा है. क्युकी यूपी में योगी सरकार बनने के बाद केशव प्रसाद मौर्य डिप्टी सीएम बन गए और इसलिए उन्हें अपनी सीट छोड़नी पड़ी. फिर यहां उपचुनाव हुआ. जिसमें बीएसपी के समर्थन से समाजवादी पार्टी ने बीजेपी के प्रत्याशी को हरा दिया. उसी समय अतीक अहमद भी निर्दलीय चुनाव लड़े थे और क़रीब पचास हज़ार वोट उन्हें मिले थे.
इसबार इस सीट से समाजवादी पार्टी ने पंधारी यादव को टिकट दिया है. और बीजेपी की तरफ से किशोरी पटेल चुनाव लड़ रही है. बीजेपी को डर सिर्फ यही है की कहीं मुश्लिम वोट सपा में न चला जाये जिससे इस बार भी ये सीट हाथ से चली जाए. और यही बड़ा कारण है अतीक को यहाँ लाने का. की अगर मुस्लिम वोट कटे तो सपा में न जाकर कुछ अतीक अहमद के खाते में चले जाएँ. अतीक जीत तो सकते नहीं पर वोट तो काट ही सकते हैं न.
अब समझिये यहाँ का वोट बैंक क्या कहता है. प्रयागराज की फूलपुर सीट पर चार बिरादरियों का दबदबा है. पटेल, यादव, मुस्लिम और ठाकुर जाति के वोटर ही जीत या हार तय करते हैं. बीजेपी को इसमें पटेल और ठाकुरों पर पूरा भरोसा है. मगर यादव और मुश्लिमों पर थोड़ा कम है. इसलिए बीजेपी ने अतीक का पत्ता खेला है. आपको बतादें इस बार लोकसभा चुनाव में आर या पार वाली रणनीति चल रही है. नतीजे बड़े ही दिलचस्प होने वाले हैं.