मोदी-नीतीश का प्यार ‘लैला-मजनू’ से भी ज्यादा मजबूत है: ओवैसी
लोकसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक पार्टियों की बयानबाज़ी इतनी बढ़ गई है कि किसी को भी ये समझ में नहीं आ रहा है की वे बोल क्या रहे हैं. शनिवार को बिहार के किशनगंज में चुनावी जनसभा को संबोधित करने गए असदुद्दीन ओवैसी ने भी बेतुका बयान दिया है.

ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने बिहार में पीएम मोदी और नीतीश कुमार की दोस्ती को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा, पीएम मोदी और नीतीश कुमार के बीच प्यार लैला-मजनू से भी ज्यादा मजबूत है. इसमें कौन ‘लैला’ है और कौन ‘मंजनू’ यह मत पूछिए. ओवैसी ने ये बयान बिहार के किशनगंज स्थित पोठिया, ठाकुरगंज और बहादुरगंज में चुनावी सभाओं को संबोधित करते हुए दिया था.
ओवैसी किशनगंज लोकसभा सीट से पार्टी प्रत्याशी अख्तरुल ईमान के लिए चुनाव प्रचार करने किशनगंज आए थे. बीजेपी के बाद कांग्रेस पर सीधे हमला करते हुए ओवैसी ने कहा कि जब तीन तलाक बिल लोकसभा में पेश किया जा रहा था, उस वक्त स्थानीय सांसद मौलाना असरारुल हक कासमी को कांग्रेस ने बोलने तक नहीं दिया था, जिसे मौलाना ने स्वयं खुले मंच से स्वीकार किया था. कांग्रेस ने लंबे अरसे से मुसलमानों को वोट बैंक के रूप मे इस्तेमाल किया, लेकिन मुसलमानों के पिछड़ेपन व बदहाली दूर नहीं किया.
बतादें बिहार में लोकसभा की 40 सीटें हैं जिसमें से 17-17 सीटों पर भाजपा और जनता दल यूनाइटेड चुनाव लड़ रही हैं. शेष 6 सीटें लोक जनशक्ति पार्टी के खाते में गई हैं. वहीं गठबंधन में सीटों पर हुए समझौते के मुताबिक राष्ट्रीय जनता दल 20, कांग्रेस 9, राष्ट्रीय लोक समता पार्टी 5, हम 3 और विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) भी 3 सीटों पर चुनाव लड़ेगी.
बिहार की किशनगंज, पूर्णियां और कटिहार जैसी सीमांचल की सीटों पर 18 अप्रैल को मतदान है. वहीं किशनगंज में अल्पसंख्यक मतदाताओं की अच्छी खासी तादाद को देखते हुए ओवैसी इस इलाके में अपनी पैठ बनाने की कोशिश कर रहे हैं.