पंचतत्व में विलीन हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली, सभी ने नम आंखों से दी विदाई

पंचतत्व में विलीन हुए पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली. बेटे रोहन ने दी अपने पिता को मुखाग्नि. दिल्ली के निगम बोध घाट पर पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया.

arun jaitley cremated with full state honour at nigambodh ghat in delhi
arun jaitley cremated with full state honour at nigambodh ghat in delhi

पूरा माहौल ‘जेटली जी अमर रहें’ के नारों से गूंजता रहा. अंतिम दर्शन के लिए बीजेपी के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी अपनी बेटी प्रतिभा आडवाणी के साथ निगम बोध घाट पहुंचे थे. सेना और पुलिस की टुकड़ी ने आखिरी सलामी दी. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के साथ गृहमंत्री और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौैहान और तमाम छोटी-बड़ी पार्टियों के नेता और कार्यकर्ता शामिल हुए.

जेटली के अंतिम दर्शन करने के लिए दूर-दूर से लोग आए हैं. वहीं अंतिम विदाई देने के लिए उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण सहित कई राज्यों के मुख्यमंत्री, योग गुरु बाबा रामदेव और विपक्ष के कई दिग्गज नेता भी पहुचे हैं. सभी ने नम आंखों से अपने दोस्त को विदाई दी.

जेटली के 66 साल बड़े ही अहम रहे-
  • 28 दिसंबर 1952 में उनका जन्म हुआ.
  • 1973 में दिल्ली के श्रीराम कॉलेज से स्नातक किया
  • 1974 में दिल्ली यूनिवर्सिटी के छात्र संघ के अध्यक्ष बने थे.
  • 1975 में आपातकाल के दौरान गिरफ्तार हुए थे.
  • 1977 में दिल्ली यूनिवर्सिटी से कानून की डिग्री ली और वकालत शुरू की. उसी दौरान वे एबीवीपी के अखिल भारतीय सचिव बनाए गए थे.
  • 1980 में जेटली भाजपा में शामिल हुए थे.
  • 1990 में वे एडिशनल सॉलिसिटर जनरल बने और बोफोर्स केस में दलीलें दीं.
  • 1991 में वे भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में शामिल हुए.
  • 1998 में वे यूएन आमसभा में भारतीय प्रतिनिधिमंडल में शामिल हुए थे.
  • 1999 में जेटली ने वाजपेयी सरकार में सूचना एवं प्रसारण (स्वतंत्र प्रभार) के साथ विनिवेश मंत्रालय भी संभाला.
  • 2000 में वे राज्यसभा पहुंचे. इसके साथ ही कानून मंत्रालय का प्रभार भी संभाला.
  • 2006 में वे पुन: राज्यसभा सांसद निर्वाचित किए गए.
  • 2009 में अरुण जेटली राज्यसभा में विपक्ष के नेता बने. तभी उन्होंने वकालत छोड़ी थी.
  • 2012 में वे तीसरी बार राज्यसभा सांसद बने.
  • 2014 में जेटली ने मोदी सरकार में वित्त के साथ रक्षा मंत्रालय का प्रभार भी संभाला.
  • 2018 में उन्होंने अपना किडनी ट्रांसप्लांट करवाया.
  • 24 अगस्त 2019 को दिल्ली के एम्स अस्पताल में निधन हो गया.