सेना ने आतंकियों और पत्थरबाजों को दी चेतावनी, ‘जो बंदूक उठाएगा वो मारा जाएगा’
पुलवामा में आतंकी हमले के बाद सेना ने अपनी ताबड़तोड़ कार्यवाही शुरू कर दी है. केंद्र सरकार से खुला आर्डर मिलने के बाद सेना आतंकियों को ढूंढ ढूंढ कर मौत के घात उतार रही है. इसके लिए आज CRPF और ARMY दोनों आतंकियों को कड़ा सन्देश देने के लिए प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे हैं.

प्रेस कॉन्फ्रेंस में CRPF और ARMY के साथ पुलिस की टीम भी मौजूद है. सेना ने सबसे पहले पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हुए CRPF के जवानों को श्रद्धांजलि दी उसके बाद पाकिस्तान के आतंकवादियों को चेतावनी देते हुए कहा कि आतंकियों की माँ उनसे समर्पण के लिए कह दे. वर्ना जो भी बंदूक उठाएगा वो मारा जायेगा. हम नहीं चाहते की कोई आम नागरिक मारा जाये या घायल हो. इसलिए मुठभेड़ वाली जगह से सभी लोग दूर रहें.
CRPF और ARMY ने आगे कहा की कल सेना ने आतंकियों का एनकाउंटर किया है जिसमें जैश का टॉप कमांडर मार दिया गया है. पाकिस्तानी सेना ने ISI को पनाह दे रखी है जो आतंकवादियों की मदद करता है. वार्ता के दौरान सेना के अधिकारी चिनार कॉप्स के काप्स कमांडर कंवलजीत सिंह ढिल्लन ने बताया कि उन्होंने आतंकी हमले के 100 घंटे के अंदर ही इसके दोषियों को उनके अंजाम तक पहुंचा दिया. सेना ने कश्मीर में भटके हुए आम नागरिकों से अपील करते हुए कहा कि जिन माताओं के बच्चे भटक गए हैं ये उनकी जिम्मेदारी है कि उन्हें समझाकर आत्मसमर्पण कराएं. इसके लिए सरकार की पॉलिसी भी है.
बतादें कि 14 फ़रवरी को सीआरपीएफ का 78 वाहनों का काफिला 2500 जवानों को लेकर जम्मू से श्रीनगर आ रहा था. इनमें ज्यादातर अपनी छुट्टी बिताकर ड्यूटी ज्वाइन करने जा रहे थे. मगर किसी को क्या पता था कि आज वे देश के लिए शहीद हो जायेंगे. जैसे ही ये काफिला दक्षिण कश्मीर में जम्मू-श्रीनगर हाईवे पर गोरीपोरा (अवंतीपोर) के पास पहुंचा तो अचानक एक कार तेजी से काफिले में घुसी.
इस कार में आतंकी आदिल हुसैन बैठा था. उसने आत्मघाती कार ले जाकर सीआरपीएफ जवानों की एक बस के साथ टक्कर मार दी. इसके बाद वहां जोरदार धमाका हुआ और कार के साथ सीआरपीएफ जवानों से भरी एक बस के परखच्चे उड़ गये. पूरी सड़क पर लाशों का ढेर लग गया. साथ ही सड़क पर लोगों के रोने चिल्लाने की आवाजें आने लगी.