चिड़ियाघर में नहीं सारस से नहीं मिल पाया Arif, CCTV से देखिए दोनों की तड़प
CCTV के इस तरफ आरिफ ( Arif Gurjar ) है और उस तरफ उसका दोस्त सारस ! आरिफ ( Arif Gurjar ) की आँखों में अपने दोस्त के लिए तड़फ दिख रही है तो उस तरह पिंजरे में कैद सारस भी बेचैन है, लोहे के पिंजरे में सारस इधर उधर घूम रहा है,…कुछ दिन पहले तक वो अपने दोस्त के साथ हर जगह घूमता रहता था, लेकिन अब उसके लिए सिर्फ ये लोहे का पिंजरा है ।
कानपूर चिड़ियाघर में है आरिफ का सारस
आरिफ का दोस्त सारस कानपूर के चिड़ियाघर में कैद है,…आरिफ अपने दोस्त से मिलने कानपुर पंहुचा लेकिन वहा भी उसे मिलने नहीं दिया गया ….उसे CCTV से ही अपने दोस्त को देखना पड़ा…! आरिफ को उसके पिंजरे के आस पास भी नहीं जाने दिया गया ।
अखिलेश के साथ चिड़ियाघर पहुचे आरिफ
दोस्तों आरिफ ( Arif Gurjar ) जब अखिलेश यादव के साथ कानपुर के चिड़ियाघर पहुंचे, तो वन अधिकारियों ने उन्हें सारस को देखने की अनुमति नहीं दी….न तो आरिफ सरस से मिल सका ना ही अखिलेश ! उन्हें बताया गया कि अभी सारस पक्षी को क्वारंतीं किया गया, 15 दिन से पहले उससे नहीं मिल सकते,….हालाँकि 15 दिन बाद अगर वो चाहें तो सारस से मिलने आ सकते हैं ! इसी लिए cctv से ही सारस को देखना पड़ा ।
CCTV से ही अपने दोस्त को देखा
आरिफ ने खुद एक विडियो जारी करके पूरी बात बताई, आरिफ ने बताया कि उन्होंने CCTV से ही अपने दोस्त को देखा, उसे देख कर ऐसा लग रहा था जैसे वो बहुत कमज़ोर हो गया है, अब जब क्वारंतीं का टाइम ख़तम हो जाएगा तो वो दोबारा उससे मिलने जाएंगे !
दोस्तों सारस महीनों तक अमेठी के मांडखा गांव में आरिफ के साथ उसके ‘परिवार के सदस्य’ की तरह रहा, लेकिन वन अधिकारियों ने सारस को रायबरेली की एक बर्ड सेंचुरी में पहुंचा दिया,आधिकारियों ने कहा था कि ऐसा इसलिए किया गया है, ताकि सारस अपने ‘प्राकृतिक वातावरण’ में रह सके….फिर रायबरेली के बाद सारस को कानपूर के चिड़ियाघर में एक पिंजरे में कैद कर दिया गया था, जहाँ से ये सारस अपने दोस्त के लिए तड़प रहा है ।