अखिलेश के साथ आने के लिए रो रही हैं मोदी की मंत्री अनुप्रिया पटेल ?
मोदी सरकार में मंत्री और अपना दल (apna dal) की नेता अनुप्रिया पटेल (anupriya patel) बीजेपी में अपनी अनदेखी और बेइज्जति से फूट-फूट कर रो रही हैं..अनुप्रिया पटेल बीजेपी (bjp) के धोखे को बताते हुए रोने लगीं. बीजेपी के साथ गठबंधन में सभी दलों का हाल बेहाल हैं. इसीलिए बीजेपी 5 राज्यों के चुनाव में हार गई.

बीजेपी की सहयोगी पार्टियां यूपी में मायावती और अखिलेश के गठबंधन से डरी हुई हैं. ये खबर खूब वायरल की जा रही है. इस वायरल खबर में अनुप्रिया पटेल रो रही हैं ये बताया जा रहा है..अनुप्रिया रो रही हैं तस्वीर में ये सच है. अनुप्रिया पटेल की पार्टी ने बीजेपी की नीतियों के विरोधी में बीजेपी के किसी भी सरकारी कार्यक्रम में ना जाने ऐलान कर दिया है ये भी सच है. तो फिर झूठ क्या है..इसके लिए आगे तस्वीर के नीचे पढ़ते रहिए…चलिए आगे पढ़िए….

क्या अनुप्रिया की पार्टी अपना दल अखिलेश-माया के गठबंधन के साथ आना चाहती हैं. इस खबर को और अनुप्रिया के रोते हुए वीडियो के बारे में जब बारीकी से पता लगाया गया तो मामला खुल गया.

अनुप्रिया की रोने की ये तस्वीर तब की है जब वो यूपी के मिर्जापुर में पत्रकार तृप्त चौबे की श्रद्धांजलि सभा में गई थीं. तृप्त को याद करते हुए अनुप्रिया पटेल 29 अक्टूबर 2018 को रोई थीं. और बीजेपी के खिलाफ अनुप्रिया की पार्टी ने बिगुल अभी फूंका है.
मतलब अनुप्रिया पटेल रोई थीं ये खबर सच है अनुप्रिया की पार्टी बीजेपी की नीतियों का विरोध करते हुए बीजेपी सरकार के किसी भी सरकारी कार्यक्रम में शामिल ना होने का ऐलान कर चुकी है ये भी सच है. लेकिन दोनों की टाइमिंग अलग अलग है.
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अपना दल की जानकारी
- 2017 विधानसभा चुनाव में अपना दल 11 सीटों पर चुनाव लड़ी थी
- अपना दल की यूपी में 403 में से 9 विधानसभा सीटें हैं
- अपना दल यूपी बीजेपी के साथ मिलकर चुनाव लड़ी थी
- सभी 11 प्रत्याशियों को कुल 851,336 वोट मिले थे
- यूपी के कुल वोटों का 1 प्रतिशत वोट अपना दल को मिला
- 2014 में अपना दल के 2 लोकसभा सांसद चुने गए
- कुंवर हरिवंश प्रतापगढ़ से, अनुप्रिया मिर्जापुर से सांसद हैं
- अनुप्रिया पटेल की अपना दल पूर्वांचल की पार्टी है
- अपना दल उनके पिता सोनेलाल पटेल के नाम पर है
- अपना दल के वारिस के लिए अनुप्रिया की बहन और मां से नहीं बनती
अपना दल (एस) के प्रमुख आशीष पटेल का कहना है कि राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों में बीजेपी की हार चिंता का कारण है. एनडीए में शामिल दलों के नेता और कार्यकर्ता निराश और हताश हैं. बीजेपी का यूपी में अगर यही रवैया रहा तो यूपी में गठबंधन बीजेपी को बहुत बड़ा नुकसान पहुंचाएगा.
बीजेपी को नसीहत देते हुए पटेल ने कहा ‘एसपी-बीएसपी का गठबंधन हमारे लिए चुनौती है. यूपी में एनडीए के सहयोगी इससे परेशानी में हैं. अपना दल की उपेक्षा हो रही है और पार्टी किसी भी सरकारी कार्यक्रम में हिस्सा नहीं लेगी’