लड़ने से पहले ही जीत चुके उन्नाव के युवा नेता अंकित सिंह परिहार (Ankit Singh Parihar) की कहानी..

दोस्तों नेतागिरी अगर प्रोफेशन है तो यहां अच्छे लोगों का प्रमोशन होना चाहिए..देखिए यूं तो बहुत से लोग चुनाव लड़ने की तैयारियां कर रहे हैं..बहुत से लोग क्षेत्र में घूम रहे हैं..लेकिन उन्नाव एक नेता ने लोगों के बीच ऐसी पैठ बनाई है कि बड़े बड़े पुराने चावल हो चुके नेता भी हैरान हैं..पूजा हो..पाठ हो..जन्मदिन हो..मरण दिन हो..अस्पताल का काम हो…कचहरी का काम हो..साईकिल खो गई हो..रिपोर्ट लिखवाना हो..लोगों के लाठी खाना हो..जेल जाना हो..लोगों की आवाज उठाना हो..ये नेता किसी काम में पीछे नहीं हटता..इस नेता का नाम है अंकित सिंह परिहार..
अंकित परिहार (Ankit Parihar) अपने घर से ज्यादा दूसरों के घरों में रहते हैं..अपने घर की रोटी खाए बरसों हो गए होंगे..जहां मिला सो गए जहां मिला खा लिया..आज के टाइम पर ऐसे नेता बड़ी मुश्किल से मिलते हैं..ऐसा नहीं है कि अंकित परिहार का बैग्राउंड मजबूत नहीं है..अंकित परिहार (Ankit Parihar) उन्नाव में लोगों की आंखों के फ्री इलाज के लिए चलाता फिरता अस्पताल चलाते हैं..दिव्यांगों को ट्राइसाकिल वगैरह बंटवाते हैं..गाड़ी घोड़ा टीम टाम सब है लेकिन लोगों के बीच रहते रहते उन्हीं के हो गए हैं…उन्नाव के भगवंत नगर के लोग इस नौजवान नेता के नाम की माला जपते हैं..
यहां लोग सरकार को नहीं जानते अगर किसी को समस्या है तो वो अंकित परिहार (Ankit Parihar) के पास आते हैं..अंकित परिहार ने लोगों की मदद करने लोगों की समस्याएं सुनने समस्याओं के समाधान करने में कीर्तिमान बना दिए हैं..बूढे बुजुर्गों ने कहा है ना कि होनहार बिरवान के होत हैं चिकने पात..चुनावी मौसम में कुकुरमुत्ते की तरह उग आने वाले नेताओं के दौर में उन्नाव में अंकित सिंह परिहार जैसा एक नेता ऐसा भी है जो अगर चुनाव लड़ जाए तो लड़ने से पहले ही जीत जाएगा..भारत एक सोच की नजर पिछले कई महीनों से इस नेता पर थी..अंकित सिंह परिहार के कामों ने हमें उनके बारे में वीडियो बनाने के लिए मजबूर कर दिया..अगर इस तरह के नेताओं को समाज में बड़े स्तर पर आगे नहीं बढ़ाया जाएगा तो नई सोच के युवा नेताओं के साथ नाइंसाफी होगी…दोस्तों हमने पता लगाया कि अंकित सिंह परिहार कौन हैं..तो पता चला कि उन्नाव में लोग अंकित सिंह परिहार को उन्नाव का बेटा कहते हैं..कई जगह भईया हैं तो भरोसा है जैसे पोस्टर दिखे..

हमने अंकित परिहार (Ankit Parihar) के पीछे के बैग्राउंड पर नजर डाली तो पता चला अंकित परिहार पहले कांग्रेस में थे..लेकिन जब कांग्रेस में थे तब भी लोगों के लिए जान हथेली पर लेकर घूमते थे..अब समाजवादी पार्टी में हैं..उनके ऊपर अनू टंडन का हाथ है और उनके ऊपर भगवंत नगर की जनता का आशीर्वाद है..ऐसे नेता को भविष्य के लिए शुभकामनाएं..नेतागिरी अगर प्रोफेशन है..तो यहां अच्छे लोगों का प्रमोशन होना चाहिए..दोस्तों आगे मिलेंगे किसी और धुआंधार लोगों के दिलों पर राज करने वाले किसी और नौजवान नेता की स्टोरी के साथ..