बीजेपी ने शौचालय बनवाये लेकिन उसमें पानी देना भूल गई, बजट में भी दिखावटी ऐलान-
मोदी सरकार के अंतरिम बजट 2019 को लेकर यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री व सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने तंज कसा है. उन्होंने केंद्र सरकार के बजट को दिखावटी व झूठा करार दिया है. अखिलेश ने ट्वीट कर पिछले साल में बने शौचालयों को लेकर हमला बोला है.

अखिलेश यादव ने लिखा कि जनता को उम्मीद थी कि जो शौचालय पिछले सालों में बने हैं, उनमें पानी भी उपलब्ध हो सके इसके लिए इस बजट में सरकार ज़रूर कुछ-न-कुछ प्रावधान करेगी लेकिन हुआ कुछ भी नहीं. बिना पानी के शौचालय सफ़ाई की जगह गंदगी व बीमारी की वजह बन रहे हैं व लाखों करोड़ का खर्चा निरर्थक साबित हो रहा है.
जनता को उम्मीद थी कि जो शौचालय पिछले सालों में बने हैं, उनमें पानी भी उपलब्ध हो सके इसके लिए इस बजट में सरकार ज़रूर कुछ-न-कुछ प्रावधान करेगी लेकिन हुआ कुछ भी नहीं.
बिना पानी के शौचालय सफ़ाई की जगह गंदगी व बीमारी की वजह बन रहे हैं व लाखों करोड़ का खर्चा निरर्थक साबित हो रहा है. pic.twitter.com/78TebWH82e
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) February 2, 2019
इससे पहले उन्होंने ट्वीट किया था कि बीजेपी सरकार ने पिछले 5 सालों में 5-5 किलो करके खाद की बोरियों से जो निकाला है, अब उसी को वो 6 हज़ार रुपया बनाकर साल भर में वापस करना चाहती है. भाजपा ने ‘दाम बढ़ाकर व वज़न घटाकर’ दोहरी मार मारी है. अगले चुनाव में किसान ‘बोरी की चोरी करने वाली बीजेपी’ का बोरिया-बिस्तर ही बाँध देंगे.
भाजपा सरकार ने पिछले 5 सालों में 5-5 किलो करके खाद की बोरियों से जो निकाला है, अब उसी को वो 6 हज़ार रुपया बनाकर साल भर में वापस करना चाहती है. भाजपा ने ‘दाम बढ़ाकर व वज़न घटाकर’ दोहरी मार मारी है. अगले चुनाव में किसान ‘बोरी की चोरी करने वाली भाजपा’ का बोरिया-बिस्तर ही बाँध देंगे.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) February 1, 2019
अखिलेश ने कहा मोदी सरकार के एक साल के बजट में दस साल आगे की झूठी बात छिपी है. बहुसंख्यक भूमिहीन किसानों व श्रमिकों के लिए इसमें कुछ भी राहत नहीं है. पाँच सालों की प्रताड़ना और पीड़ा के बाद देश के किसान, व्यापारी-कारोबारी, बेरोज़गार युवा अब भाजपा से मुक्ति चाहते हैं, ये बीजेपी के दिखावटी ऐलान हैं.
मोदी सरकार ने कल अपने कार्यकाल का आखिरी बजट पेश किया है. इस बजट के जरिये मोदी ने आगामी लोकसभा चुनाव भी ध्यान में रखते हुए सभी वर्ग के लोगों और किसानों को लुभाने का काम किया है. वैसे तो बजट वित्त मंत्री अरुण जेटली पेश करते हैं मगर उनकी तबियत ख़राब चल रही है जिसकी वजह से पीयूष गोयल बतौर वित्त मंत्री ने बजट को पेश किया.