अखिलेश ने बदला सुर, कहा- जरूरत पड़ी तो कांग्रेस को भी दे सकते हैं समर्थन
लोकसभा चुनाव के एग्जिट पोल में बीजेपी को पूर्ण बहुमत मिलने के बाद पूरा विपक्ष एक होने लगा है. बीजेपी सरकार को गिराने के लिए सभी एक दूसरे को समर्थन देने का ऐलान करने लगे हैं. ऐसे में अखिलेश यादव ने भी एक ऐलान कर दिया है.

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि केंद्र में नई सरकार का गठन होगा. मतदाताओं ने गठबंधन को भरपूर समर्थन देने के साथ ही भाजपा सरकार को अलविदा कह दिया है. गरीबों, किसानों, देश और भाईचारे की बात करने वाली पार्टियां 23 मई के बाद देश को नया पीएम देने के प्रयास में हैं. अखिलेश ने दावा किया कि यूपी में महागठबंधन को सबसे ज्यादा सीटें मिलेंगी. साथ ही कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो कांग्रेस को समर्थन दे सकते हैं.
इस बात पर चर्चा करने के लिए अखिलेश यादव बसपा सुप्रीमो मायावती से मुलाकात करने पहुंचे हैं दोनों नेताओं में मीटिंग चल रही है. वैसे एग्जिट पोल के हिसाब से यूपी में भाजपा पर सपा-बसपा-रालोद गठबंधन भारी पड़ता दिख रहा है. छह सर्वे के हिसाब से देखें तो बीजेपी को औसतन 53 सीटें व गठबंधन को 25 सीटें मिलती दिख रही हैं. तो वहीँ कांग्रेस को इस बार भी 2 सीटें मिलती दिख रही हैं.
वहीं बसपा सुप्रीमो मायावती भी आज सोमवार को दिल्ली जा सकती हैं. दिल्ली में वे कांग्रेस के नेताओं से मुलाकात कर एग्जिट पोल और 23 मई को आने वाले नतीजों को लेकर चर्चा कर सकती है.
दूसरी तरफ चंद्रबाबू नायडू भी सभी विपक्षी पार्टियों को एक करने में लगे हुए हैं. वे रविवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार, यूपीए संयोजक सोनिया गांधी और सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी से मिले. और एक साथ खड़े होने की बात की. इससे पहले शनिवार को उन्होंने लखनऊ में बसपा सुप्रीमो मायावती और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से भी मुलाकात की थी.
बतादें कि नायडू कभी एनडीए का हिस्सा हुआ करते थे. मगर अब बीजेपी के खिलाफ ही घेरेबंदी में लगे हुए हैं. नायडू ये कवायद इसलिए कर रहे हैं. कि अगर एनडीए बहुमत के आंकड़े से दूर रही तो पहले से तैयार विपक्ष सरकार गठन के लिए तुरंत दावा पेश कर सके.