2 साल का हुआ ‘खजांची’, अखिलेश ने दिया नया घर, नोटबंदी के दौरान हुआ था जन्म
Ulta Chasma Uc : उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने रविवार को खजांचीनाथ नाम के बच्चे का जन्मदिन मनाया. लेकिन क्या आप जानते हैं आखिर ऐसा क्यों ? तो पहले बच्चे के बारे में आप जान लीजिए. ये बच्चा कानपुर देहात के झिझक ब्लाक के सरदारपुरवा गांव का है. बच्चे के जन्म की कहानी बिलकुल अलग और ऐतिहासिक है.

कैसे हुआ खजांची का जन्म ?
आज से 2 साल पहले 8 नवम्बर को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ठीक रात 8 बजे भारत में चल रहे सभी 500 और 1000 के नोट बंद कर दिए थे. और लोग अपने पैसे बदलवाने के लिए लम्बी लम्बी लाइनें लगाते थे. सुबह से शाम तक वे लाइन में ही खड़े रह जाते थे. ताकि उनके पैसे बदल जाये. 2 दिसंबर का दिन था, सभी लोगों की तरह इस बच्चे की माँ भी अपने नोट बदलने के लिए लाइन में लगी थी. तब खजांची नाम के बच्चे का जन्म भी नहीं हुआ था. जिस वक्त उसकी माँ लाइन में लगीं थीं उस वक्त वे गर्भवती थी. और काफी देर लाइन लगे रहने से उनको तेज दर्द होने लगा और उन्होंने वहीं अपने बच्चे को जन्म दे दिया.
अखिलेश यादव ने की थी मदद
उस समय तत्कालीन सपा सरकार के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को जैसे ही इस बात का पता चला. वे तुरंत वहां उस परिवार से मिलने पहुंचे. उनके पास रहने के लिए घर नहीं था इसलिए अखिलेश ने उसके परिवार को लोहिया आवास भी दिया था. और उस बच्चे का नाम ‘खजांची’ रख दिया था. इसके साथ ही उसकी देखभाल के लिए 2 लाख रुपये भी दिए थे. खजांची के पिता नहीं हैं. मां ही उसका पालन-पोषण करती है.
हर बच्चा देश के भविष्य का आइना होता है, आइए देश की इस तस्वीर को हम सब मिलकर संवारें. नोटबंदी की लाइन में जन्मे ख़ज़ांची के दूसरे जन्मदिन पर बधाई व प्यार. उसको घर देकर हम उसके भविष्य को मुश्किलों से बचने का साया दे रहे हैं ताकि नोटबंदी से कम-से-कम किसी एक चेहरे पर तो मुस्कान आए. pic.twitter.com/ubi0A7z209
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) December 2, 2018
मनाया दूसरा जन्मदिन
अब खजांची 2 साल का हो गया है. और अखिलेश उसका जन्मदिन भी लगातार मना रहे हैं. आज सरदारपूरवा में उसके जन्मदिन को भव्य तरीक़े से मनाया गया. अखिलेश यादव ने यहाँ पहुँच कर खजांची के परिवार वालों को नए घर की चाभी सौंपी और 11 किलो का विशाल केक काट कर उसका दूसरा जन्मदिन मनाया. इस दौरान अखिलेश ने सबसे कहा कि हमने अपना वादा निभाया है. लोग विकास को ही भगवान मानें.
ये है नोटबंदी के दौरान बैंक की लाइन में जन्मे खजांची की कहानी – उसके अपने परिवार की ज़ुबानी। #HomeForKhajanchi pic.twitter.com/ioHJuE72go
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) December 2, 2018
Web Title : akhilesh yadav celebrate khajanchinath birthday in kanpur
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