सारस के दोस्त आरिफ के समर्थन मे उतरे अखिलेश यादव

आरिफ ( Arif Gurjar ) और सरस की जोड़ी दोस्ती की नई मिसाल बन गई थी….एक पक्षी और इन्सान की ऐसी दोस्ती शयद की कभी किसी ने देखी होगी ! लेकिन अब इनकी दोस्ती को सरकार की नज़र लग गई है….पहले तो वन विभाग की टीम सारस को पकड़ कर ले गई …आरिफ और सरस को जुदा कर दिया, लेकिन 2 दिन भी सरस की ज़िम्मेदारी उठा नहीं पाए ,….दो दिन बाद सरस लापता हो गया !

अखिलेश यादव ने दिया आरिफ का साथ

दोस्तों अगर आपने भी कभी किसी जानवर को पला है या प्यार किया है तो आप भी सारस के लिए आरिफ ( Arif Gurjar ) के लगाव को अच्छे से समझ सकते हैं ! आरिफ ( Arif Gurjar ) ने इस सारस वो उस वक़्त बचाया था जब ये बुरी तरह घायल था .. जब ये सरास ठीक हो गया तो आरिफ ने उसे ज़बरदस्ती अपने पास नहीं रक्खा , उसे कैद भी नहीं किया…वो तो उसे वापस छोड़ने भी गया था , लेकिन शायद तब तक आरिफ के प्यार और लगाओ ने सारस का दिल जीत लिया था,…और सरास आरिफ को अपना सच्चा दोस्त मान चूका था . इसी लिए वो वापस नहीं गया,…. तब आरिफ ने इसे अपनी ज़िम्मेदारी समझ कर उसका खूब ख्याल रक्खा,…

इन दोनों की कहानी सोशल मीडिया पर वायरल हुई लोगो ने आरिफ की खूब तारीफ करने लगे, फिर एक दिन जब सपा मुखिया अखिलेश यादव ने इनकी दोस्ती का किस्सा सुना तो वो भी इनसे मिलने आरिफ के घर पहुच गए ।

अखिलेश के आते ही छीना लिया सारस

इधार अखिलेश का आना था उधर सारस का जाना था ! अखिलेश इनदोनो से मिलने क्या पहुचे, सरकार सतर्क हो गई ! और इनकी दोस्ती को सियासत ने जुदा कर दिया….आरिफ के ये आसू देखिए दोस्तों, ये आसूं अपने दोस्त से जुदा होने का गम बयान कर रहे हैं…लेकिन इन्हें अलग करने वालों को आरिफ का गम नहीं नज़र ।


प्रशासन के इस खबर पर अखिलेश यदाव ने भी सवाल उठाए, अखिलेश ने कहा कि आरिफ से सारस इसलिए छीन लिया गया, क्योंकि मैं इनसे बधाई देने पहुंच गया। अखिलेश ने पूछा कि क्या यही लोकतंत्र है। बिना किसी का नाम लिए उन्होंने कहा कि अगर सरकार सारस छीन रही है क्युकी सरज यूपी का राजकीय पक्षी है तो सरकार को उनसे मोर छीन लेना चाहिए जो मोर को दाना खिला रहे थे, मोर तो देश का राष्ट्रीय पक्षी है !


आरिफ को धुंडने उड़ गया सारस

सरास उत्तर प्रदेश का राजकीय पक्षी है ! इसलिए वन विभाग की टीम इसे ले गई और रायबरेली के समसपुर पक्षी विहार शिफ्ट किया था । जिसके 2 दिन बाद यहाँ से कही गयाब हो गया …शायद वो सारस अपने दोस्त को इतना याद कर रहा था कि वो उसके बिना यहाँ रह ही नहीं पाया और अपने दोस्त आरिफ ( Arif Gurjar ) को ढूढने के लिए वो यहाँ से निकल गया ….

वन विभाग की टीम इसकी तलाश कर रहे, तब भी अखिलेश ने वन विभाग की लापरवाही पर ट्वीट किया कि ” “यूपी वन-विभाग द्वारा अमेठी से जबरदस्ती ले जाकर रायबरेली के समसपुर पक्षी विहार में छोड़ा गया ‘बहुचर्चित सारस’ अब लापता है. यूपी के राज्य-पक्षी के प्रति ऐसी सरकारी लापरवाही एक गंभीर विषय है. भाजपा सरकार तत्काल सारस खोजे, नहीं तो पूरी दुनिया के पक्षी-प्रेमी आंदोलन करेंगे. शर्मनाक!”

हालाँकि इस सारस की किस्मत अच्छी थी कि उसे एक और घर मिल गया, इसका विडियो अखिलेश ने खुद शेयर करके बताया कि सारस को ‘बी सैया’ नाम के गांव के लोगों ने बचाया है…उसे कुत्ते दौड़ा रहे थे लेकिन इस गाँव के लोगों ने उसे बचा लिया ….! दोस्तों सोचिये ज़रा क्या होता अगर इस सारस को कुत्ते या जंगली जानवर नुक्सान पंहुचा देते ? हाँ ये बात ठीक है कि सारस राजकीय पक्षी है, उसे पलना नहीं चाहिए पर आरिफ ने उसे किसी पिंजरे में कैद करके तो रक्खा नहीं था , जब तक वो सारस आरिफ के साथ था, आरिफ उसका अच्छे से ध्यान रख रहा था …लेकिन जब वन विभाग ठाट से उसे ले कर गया तो क्या ये उनकी ज़िम्मेदारी नहीं थी कि 2 दिन भी उसका ध्यान रक्खा जा सके….!