2 साल पहले इसी मंच पर यूपी के दो लड़कों ने किया था चुनावी ऐलान
उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) और बहुजन समाज पार्टी (Bahujan Samaj Party) के महागठबंधन (Grand Alliance) का आज आधिकारिक ऐलान होगा. ठीक इसी जगह 2 साल पहले सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी इसी मंच पर मिले थे.

2 साल पहले उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव के चलते अखिलेश और राहुल ने मिलकर गठबंधन का ऐलान किया था. मगर उनका साथ किसी को भी पसंद नहीं आया था. और दोनों चुनाव भी बुरी तरह हार गए थे. आज फिर इसी मंच पर अखिलेश यादव मायावती से हाँथ मिलाने जा रहे हैं. पूरा मंच सज चुका है. बस बसपा सुप्रीमो मायावती (Mayawati) और सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) का इंतज़ार चल रहा है. थोड़ी देर में प्रेस कॉन्फ्रेंस शुरू होगी.
माया-अखिलेश के इस महागठबंधन का हिस्सा राष्ट्रीय लोकदल, निषाद पार्टी, पीस पार्टी समेत कई छोटे दल हो सकते हैं. प्रेस कॉन्फ्रेंस से पहले रात से ही पूरा लखनऊ पोस्टर से पट गया है. हर तरफ बस माया और अखिलेश ही नज़र आ रहे हैं. लखनऊ का होटल ताज एक बार फिर एक नए गठबंधन का गवाह बनेगा. यहाँ से ही सपा-बसपा की आगे की राजनीति तय होगी. इस बार अखिलेश ने कांग्रेस से किनारा कर लिया है. कांग्रेस यूपी के गठबंधन में शामिल नहीं होगी.
शुक्रवार को यूपी के कन्नौज पहुँच कर अखिलेश यादव ने बीजेपी की नीतियों पर जमकर हमला बोला है. जिले में गाय पर मचे हंगामे के बीच फकीरेपुरवा गांव पहुंचे अखिलेश यादव ने कहा कि ये कैसे मुख्यमंत्री हैं, शराब के जरिये अब गाय की सेवा करने को कह रहे हैं. इस बार बीजेपी के खिलाफ सपा का नारा होगा ‘इनका धोखा बोलता है’.
अखिलेश ने कहा कि योगी सरकार ने गाय को आज बड़ा मुद्दा बना दिया है. पुलिस के अधिकारी और डीएम उन्हें पकड़ने में लगे हैं. उन्होंने कहा की प्रदेश में अगर उनकी सरकार बनी तो कामधेनु योजना के लाभार्थियों के लोन पर लगे ब्याज को माफ कर दिया जाएगा. गाय के नाम पर समाजवादियों को बदनाम किया गया. सबसे ज्यादा स्लॉटर हाउस बीजेपी के लोगों के ही हैं. हमारी सरकार में यूपी 100 की तरह दूध कलेक्ट करने के लिए गांव-गांव गाड़ियां लगाई जाएंगी.