वाराणसी से चुनाव नहीं लड़ेंगी ‘प्रियंका’, राहुल ने इसपर लगाया दांव
कांग्रेस में वाराणसी लोकसभा सीट को लेकर पिछले कई दिनों से चला आ रहा सस्पेंस आज गुरुवार को खत्म हो गया है. कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ वाराणसी से अजय राय को मैदान में उतारा दिया है.

पहले कई दिनों से प्रियंका गांधी को टिकट दिए जाने की अटकलें लगाई जा रही थीं. प्रियंका भी कई सभाओं में बोलती आईं हैं की अगर जनता चाहेगी तो मैं वाराणसी से चुनाव लड़ूंगी. मगर कांग्रेस ने पिछली बार के प्रत्याशी अजय राय पर ही दांव लगाया है. बतादें अजय राय पहले बीजेपी में थे और कोलसला विधानसभा से लगातार तीन बार भाजपा के टिकट पर विधायक रहे हैं. इस बार कांग्रेस ने उनपर दांव लगाया है.
इससे पहले अजय राय ने खुद प्रियंका के बनारस के चुनाव मैदान में उतरने की प्रबल संभावना जतायी थी. जानकारों की मानें तो इस मुकाबले का पूरे पूर्वाचल व बिहार तक व्यापक असर होगा. पार्टी के थिंक टैंक का मानना है कि नरेंद्र मोदी के सामने मजबूती से लड़ाई पूरे देश में कांग्रेस को सशक्त ही करेगी.
वहीं कांग्रेस ने गोरखपुर से एक खास रणनीति के तहत मधुसूदन तिवारी को टिकट दिया गया है. मधुसूदन तिवारी कई बार गोरखपुर की बार एसोसिएशन के चेयरमैन रह चुके हैं. कांग्रेस पार्टी के अनुसार वाराणसी में वैश्य समाज से जुड़े मतदाता 3.25 लाख हैं. और करीब तीन लाख मुस्लिम, ढाई लाख ब्राह्मण, दो लाख पटेल, डेढ़ लाख यादव, सवा लाख भूमिहार, एक लाख राजपूत, 80 हजार चौरसिया, 80 हजार दलित और 70 हजार अन्य पिछड़ी जातियां हैं.
वाराणसी की सीट पर मुकाबला वाकई अहम् है. क्युकी वहां से खुद पीएम मोदी खड़े हैं. और विपक्षियों ने भी पूरी जोर लगा रखी है. वहीं बीजेपी भी पूर्व विधायक को तोड़ने की फिराक में लगी है जिसका कोड वर्ड रखा है ‘अपनों की घर वापसी’.