बुरा फंसा मोदी जी के मंत्री का बेटा गृह मंत्री (Ajay Mishra) का झूठ आया सामने : संपादकीय व्यंग्य

मोदी जी के गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी जी (Ajay Mishra) के बेटे किसानों की हत्या करने की पूरी प्लानिंग के साथ जीप दौड़ाते हुए आए और किसानों को रौंदकर मार दिया..एसआईटी ने साफ कर दिया है..जितनी लीपा पोती..कत्था चूना..यूपी की पुलिस ने इस केस पर लगाया था..उसकी सारी परतें उतारकर एसआईटी ने फेंक दी हैं..टेनी (Ajay Mishra) के लड़के के लिए यूपी पुलिस का मिशन रेस्क्यू फेल हो गया है..मोदी जी के गृह राज्य अब चाहे जितने झूठ बोल ले..मंत्री जी अपने लड़के को अब बचा नहीं पाएंगे..एसआईटी ने फौरन तुरंत से पहले हत्या की सोची समझी साजिश की धाराएं बढ़ा दी हैं.. मोदी जी के मंत्री के बेटे आशीष मिश्रा समेत 13 आरोपियों पर बलवा, हत्या के साथ जानलेवा हमला, गंभीर चोट पहुंचाने, एक राय होकर अपराध करने और शस्त्र अधिनियम की धाराएं बढ़ा दी हैं..एसआईटी ने माना है कि ये साजिशन जान से मारने का मामला है..
देश के गृह राज्य मंत्री (Ajay Mishra) का बेटा..किसानों का हत्यारा है…किसानों को गाड़ी से कुचलकर मार देने वाला है..किसान विरोधी है..उसके मन में किसानों को लिए घृणा है..इतनी घृणा कि गाड़ी से रौंद दिया..हमारे देश का दुर्भाग्य है कि हमें गृह राज्य मंत्री के तौर पर एक निहायती झूठा व्यक्ति मिला है..जो अपने बेटे को बचाने के लिए बार बार ये कहता है कि जब किसानों पर जीप चढ़ाई गई तो उनका लड़का वहां नहीं था…जबकि उसके लड़के की बंदूक से गोलियां चलने के सबूत सामने आ चुके हैं..माफ कीजिएगा किसानों के हत्यारे को बचाने वाले के लिए मेरे पास कोई सम्मान नहीं है..चाहे उसके नाम के आगे कोई भी मंत्री लगा हो..मोदी जी के गृग राज्य मंत्री साहब पुत्र मोह में अंधे हैं..जिसे किसानों से कोई लेने देना नहीं..जिसे अपनी जनता से कोई लेना देना नहीं है..
जिस पर खुद हत्या का मुकदमा चल चुका हो..वो जनता की सेवा और देश की सेवा क्या कर सकता है..एक लोकतांत्रिक देश की जनता होने के नाते ये हमारा दुर्भाग्य है कि ऐसा आदमी हमारे देश का गृह राज्य मंत्री है..ऐसे लोगों के हाथ में हमने देश की सुरक्षा की बागडोर दे रखी है..दोस्तों अजय मिश्रा टेनी (Ajay Mishra) की देश का गृह राज्य मंत्री बनने की एकलौती आखिरी क्वालिफिकेशन ये है कि यूपी में चुनाव है और टेनी यूपी के ब्राह्ममण हैं..दबंग हैं पैसे वाले हैं..और मोदी जी को ये लगता है कि टेनी से यूपी का ब्राह्मण चुनावों में चुंबक की तरह चिपक जाएगा..तो ऐसा नहीं होने वाला मोदी जी..ब्राह्मण वोटर बहुत ज्ञानी है..उसको मालूम है जो टेनी गृह मंत्री होते हुए भी चार दिन पहले ब्याह कर आई ब्राह्मण कन्या खुशी दुबे को यूपी पुलिस के चुंगल से नहीं बचा पाया वो क्या ब्राह्मणों का नेता होगा..हर मिश्रा अध्यापक हो जरूरी नहीं है..हत्यारे भी होते हैं..ये दूरबीन से देखने वालों की कला है कि वो क्या देखते चाहते हैं..
दोस्तों जेल में बंद गृह मंत्री के साहब जादे पर पहले यूपी पुलिस ने दुर्घटना की धारा लगाई थी..अब दुर्घना की धाराएं हटाकर..120 बी यानी साजिश..307 यानी हत्या की कोशिश ..धारा 34 और धारा 326 बढाई गई हैं..एसआईटी ने साफ किया है कि ये दुर्घटना वश हई हुई मौतों का मामला नहीं है बल्कि सोची समझी साजिश है..देश की गोदी मीडिया मतलब नेशनल मीडिया के गले में सरकरी एडवरटीजमेंट की हड्डी फंसी हुई है..वो अपने देश के गृह राज्य मंत्री से सवाल नहीं कर सकती..ना ही सरकार से सवाल कर सकती है..इन धाराओं के बढ़ने के बाद क्या अब ये माना जाए कि देश के गृह मंत्री का बेटा किसान विरोधी है..
अगर बेटा किसान विरोधी है..आम इंसान विरोधी है तो फिर अपने बेटे को बचाने कि लिए झूठ बोलने वाला देश का गृह राज्य मंत्री भी किसान विरोधी है..आम इंसान विरोधी है..और अगर देश का गृह राज्य मंत्री (Ajay Mishra) किसान विरोधी और आम इंसान विरोधी है तो फिर गृह राज्य मंत्री को अब तक मुकुट पहनाकर बगल में बिठाने वाली पार्टी..उसके मुखिया सब के सब इसी मानसिकता के गुलाम हैं..क्योंकि गृह राज्य मंत्री का इतनी हत्याओं के बाद भी अपने पद पर बने रहना खुद इस्तीफा ना देना..या मोदी जी का उनको पद से ना हटाना ये बताता है कि किसानों पर हुए अत्याचार के लिए उनकी मौतों के लिए पूरी सरकार जिम्मेदार है..
Disclamer- उपर्योक्त लेख लखनऊ के वरिष्ठ पत्रकार द्वारा लिखा गया है. लेख में सुचनाओं के साथ उनके निजी विचारों का भी मिश्रण है. सूचना वरिष्ठ पत्रकार के द्वारा लिखी गई है. जिसको ज्यों का त्यों प्रस्तुत किया गया है. लेक में विचार और विचारधारा लेखक की अपनी है. लेख का मक्सद किसी व्यक्ति धर्म जाति संप्रदाय या दल को ठेस पहुंचाने का नहीं है. लेख में प्रस्तुत राय और नजरिया लेखक का अपना है.