OBC के जूतों पर सवाल, अखिलेस ने किया बवाल
नमस्कार पार्षदी के चुनाव में ओबीसी आरक्षण की रिपोर्ट..ओबीसी आयोग के लोग..योगी आदित्यनाथ ( Yogi Adityanath ) को सौंपने के लिए गए थे ।
लेकिन भइया ओबीसी की रिपोर्ट लेकर ये लोग नंगे पैर मुख्यमंत्री से मिलने क्यों पहुंचे थे..रिपोर्ट सही सही बन जाएगी..और सही सही योगी आदित्यनाथ ( Yogi Adityanath ) को सौंप देंगे..तो नंगे पैर रिपोर्ट लेकर जाएंगे..ऐसी मन्नत तो इन लोगों ने माता रानी से मांगी नहीं होगी..तो फिर ओबीसी की रिपोर्ट लेकर पहुंचे इन लोगों के जूते किसने उतरवा दिए..ये भइया नंगे पैर हैं..ये भी नंगे पैर हैं..ये भी और ये जो ओबीसी आरक्षण की रिपोर्ट योगी आदित्यनाथ ( Yogi Adityanath ) को सौंप रहे हैं..ये तो इस कमेटी के अध्यक्ष हैं..इनके पैस में भी जूता नहीं है…कोई बात नहीं हो सकता है कि मुख्यमंत्री ( Yogi Adityanath ) का आवास गंदा ना हो पोछा लगाने वाले को मेहनत ना करनी पड़े इसलिए जूते उतार दिए होंगे..सब बड़े सफाई पसंद होंगे..लेकिन अरे भइया ये क्या..योगी आदित्यनाथ तो सैंडल पहने हुए हैं..आएं और ये क्या उनके बगल में खड़े..बीजेपी सरकार के मंत्री एके शर्मा भी सैंडल पहनकर खड़े हैं..और ये भी देखिए उनके बगल में खडे़ सरकारी मुख्यसचिव भी जूता पहनकर टाइट हैं..और उनके बगल में खड़े प्रमुख सचिव नगर विकास अमृत अभिजात भी चमड़े के जूते पहनकर चश्मा लगाकर टाइट खड़े हैं.. और उनके बगल में भी सीएम के अपर मुख्य सचिव एसपी गोयल भी जूते पहनकर खड़े हैं.
OBC आयोग की कमिटि के जिन लोगों ने जूते नहीं पहने हैं..आयोग के अध्यक्ष पूर्व जस्टिस राम औतार हैं, सदस्य चोब सिंह वर्मा हैं, महेंद्र कुमार हैं, बृजेश कुमार सोनी और संतोष कुमार विश्वकर्मा हैं …।
तो भइया पोछा लगाने की मदद करने के चक्कर में बाकी लोगों ने जूता नहीं उतारा है..गंदगी का डर होता सब जूता उतारकर खड़े होते..सिर्फ ओबीसी आरक्षण की रिपोर्ट लेकर आए लोग ही नंगे पैर खड़े हैं..गुरू मामले सफाई का नहीं है..अखिलेश यादव कहते हैं कि भेदभाव के कारण obc लोगों के जूते उतरवा दिए गए..अखिलेश ने कहा कि जब मुख्यमंत्री ( Yogi Adityanath ख़ुद और उनके आसपास के लोग जूता पहन सकते हैं तो पिछड़ा वर्ग आयोग के सदस्यों के जूते क्यों उतरवाए गये? ऐसी भेदकारी सोच वाले लोग पिछड़ा वर्ग को उनका हक़ कभी नहीं देंगे..पिछड़े-दलित अब भाजपा के झांसे में नहीं आएंगे..मुख्यमंत्री पढ़ें समाजवाद का मूल होता है बराबरी… दोस्तों अखिलेश यादव ने पहले भी योगी आदित्यनाथ पर भेदभाव का आरोप लगा था..जब योगी पहली बार यूपी के मुख्यमंत्री बने थे तो सीएम आवास में जाने से पहले उन्होंने गंगाजल से सीएम आवास धुलवाया था..।
क्योंकि उस घर में ओबीसी समाज से आने वाले जाति से यादव अखिलेश उसमें रहते थे..अब जूते उतरवाने का क्या था इस पर बीजेपी की तरफ से अब तक कोई रिस्पोंस तो नहीं आया है…दोस्तों इसमें काम की खबर ये है कि OBC आयोग की रिपोर्ट 11 अप्रैल को रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट में पेश होगी..इसके बाद सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मुताबिक प्रदेश में निकाय चुनाव पर फैसला लिया जाएगा ।