पाकिस्तान रवाना हुआ 839 भारतीय सिख श्रद्धालुओं का जत्था, 21 को लौटेगा भारत
बैसाखी उत्सव पर पाकिस्तान में स्थित गुरुद्वारा श्री पंजा साहिब के लिए 839 सिख श्रद्धालुओं का जत्था आज शुक्रवार को पाकिस्तान रवाना होगा. बैसाखी के उपलक्ष्य में पाक ने ये वीजा जारी किए हैं.

ये जत्था पाकिस्तान में अन्य गुरुद्वाराें में भी दर्शन करेगा और 21 अप्रैल को वापस भारत आएगा. अटारी बॉर्डर से तीन स्पेशल ट्रेन के माध्यम से श्रद्धालु पाकिस्तान जाएंगे. एसजीपीसी के चीफ सेक्रेटरी डॉ. रूप सिंह ने बताया कि कमेटी की ओर से 839 श्रद्धालु पाकिस्तान स्थित गुरुद्वारों के दर्शन के लिए जाएंगे. हालांकि एसजीपीसी ने 872 श्रद्धालुओं के पासपोर्ट दिल्ली स्थित पाकिस्तान एंबेसी को भेजे थे, जिनमें से 33 श्रद्धालुओं को वीजे नहीं दिए गए.
12 अप्रैल को 839 सिख श्रद्धालुओं का जत्था पंजा साहिब पहुंचेगा. 14 अप्रैल को वहां बैसाखी पर कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा. 15 अप्रैल को पूरा समूह गुरुद्वारा पंजा साहिब से ननकाना साहिब जाएगा. 17 अप्रैल को 839 सिख श्रद्धालुओं का जत्था गुरुद्वारा सच्चा सौदा शेखुपुरा के दर्शन करेगा और वापस ननकाना साहिब आ जाएगा. फिर 18 अप्रैल को ये जत्था गुरुद्वारा डेहरा साहिब लाहौर जाएगा. 19 अप्रैल को जत्था गुरुद्वारा रोडी साहिब एमनाबाद और गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब के दर्शन करेगा. इसके बाद यात्रा पूरी होने के बाद 21 अप्रैल को जत्था वापस भारत पहुंचेगा.
श्री गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व से पहले पाकिस्तान जाने वाला यह पहला जत्था है. एसजीपीसी की ओर से जत्थे को भेजने के लिए सभी तैयारियां कर ली गई हैं. पाकिस्तान पंजाब के गवर्नर भी गुरुद्वारा पंजा साहिब व गुरुद्वारा श्री ननकाना साहिब में आयोजित धार्मिक समारोह में हिस्सा लेंगे.
करीब महीने भर पहले करतारपुर कॉरिडोर पर भारत और पाकिस्तानी अधिकारियों के बीच बातचीत हुई थी. इसके बाद अधिकारियों ने बताया था कि कॉरिडोर के एग्रीमेंट में शामिल विभिन्न मुद्दों पर दोनों देश मिलकर काम करने के लिए तैयार हैं. श्रद्धालुओं की यात्रा आसान बनाने के लिए भारत ने पाक को कुछ प्रस्ताव दिए थे.