जहरीली शराब से 64 लोगों की मौत, 120 की हालत गंभीर, कांग्रेस ने कसा तंज
जहरीली शराब से हर साल लाखों लोगों की मौत हो जाती है. मगर सरकार कभी इसके लिए सख़्त कदम नहीं उठाती. जिसके चलते अवैध शराब की भट्ठियां लगाई जाती हैं. और जहरीली शराब तैयार कर गरीब-मजदूर लोगों को सस्ते में बेच दी जाती है. इस शराब को पीकर या तो आदमी मर जाता है या तो अस्पताल पहुँच जाता है.

बिलकुल यही हाल सहारनपुर और उससे सटे रुड़की में हुआ. इन दोनों शहरों के लिए शुक्रवार का दिन बेहद मनहूस साबित हुआ. दोनों जगह लगभग 64 लोगों की जहरीली शराब पीकर मौत हो गई है. और करीब 120 लोगों की हालत गंभीर होने से उन्हें अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है. मरने वालों की संख्या बढ़ भी सकती है.
डीएम ने बताया कि उक्त लोग हरिद्वार (उत्तराखंड) जिले के गांव बालुपुर में ज्ञान सिंह के यहां तेरहवीं में गए थे और वहां से शराब पीकर आने के बाद तबीयत बिगड़ी है. बताया जा रहा है कि क्षेत्र में बनाई जाने वाली कच्ची शराब पीने से यह घटना घटी है.
प्रशासन की इस बड़ी लापरवाही पर नागल थाना प्रभारी सहित दस पुलिसकर्मी और आबकारी विभाग के तीन इंस्पेक्टर व दो कांस्टेबल सस्पेंड कर दिए गए हैं. उधर, उत्तराखंड शासन ने रुड़की के आबकारी निरीक्षक समेत 13 अधिकारियों को सस्पेंड करते हुए घटना की मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश दिए हैं. एसएसपी हरिद्वार ने भी झबरेड़ा थानाध्यक्ष, चौकी प्रभारी और हलका कांस्टेबल को सस्पेंड किया है. रुड़की के झबरेड़ा और भगवानपुर थाना क्षेत्रों के गांवों में भी जहरीली शराब ने 20 लोगों की जान ले ली है.
जहरीली शराब के सेवन से हुई मौतों पर उत्तर प्रदेश के कांग्रेस अध्यक्ष राज बब्बर ने सरकार पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. राज बब्बर ने इन मौतों पर दुख प्रकट करते हुए कहा कि जहरीली शराब की लगातार घटनाएं हो रही हैं लेकिन, प्रदेश सरकार मूकदर्शक बनी है. यह मौतें सरकार और प्रशासन की लापरवाही का नतीजा है.