कश्मीर के लिए 300 करोड़ की रिश्वत ? CBI जांच शुरू : संपादकीय व्यंग्य

ऐसा नहीं है कि बीजेपी सरकार में टोटल ईमानदारी काल चल रहा है.. सच्चाई ये है कि घूस के रेट बढ़ चुके हैं..इसलिए कल्लू गुड्डू सोनू टाइप के गरीब की..घूस देने की इलिजिबिलिटि खत्म हो गई है..वर्ना देश में ऐसे ऐसे महारथी पड़े हैं..जो ना खाऊंगा ना खाने दूंगा वाली बीजेपी के राज्यपाल तक को घूस ऑफर कर रहे हैं…हां सही बता रहे हैं..प्रज्ञा मिश्रा कोई झूठी बात नहीं बताती…कश्मीर के राज्यपाल रहे सत्यपाल मलिक को फाइलें पास करने के लिए 300 करोड़ रूपए की घूस ऑफर की गई थी.. (300 crore bribe for Kashmir? CBI probe begins )
राज्यपाल ने ये बात मोदी जी को बताई की प्रधानमंत्री जी अंबानी जी और आरएसएस के कुछ पदाधिकारी कहते हैं..कि वो आपके करीबी हैं..आपको बहुत बढ़िया से जानते हैं..दो फाइलें पास कराने के लिए 300 करोड़ रूपए दे रहे हैं..लेकिन मैंने नहीं लिए..फाइलें रिजेक्ट कर दीं..मोदी जी ने कहा सही किया भ्रष्टाचार से कोई समझौता नहीं होगा.. (300 crore bribe for Kashmir? CBI probe begins )
दोस्तो अब उसी की सीबीआई जांच चल रही है..मोदी के नाम का भौकाल झाड़कर राज्यपाल को रिश्वत ऑफर की जा रही है..इससे ये समझ में आता है कि भ्रष्टाचार खत्म नहीं हुआ है..बस रेट बढ़ गए हैं..कश्मीर के राज्यपाल रहे सत्यपाल मलिक का कहना है कि उन्होंने रिश्वत नहीं ली थी..बल्कि इसकी उसी समय शिकायत की थी..सीबीआई जांच हो रही है तो अच्छी बात है..सीबीआई उनसे पूछताछ करेगी तो वो और भी बडे़ नामों का खुलासा करेंगे..कश्मीर से जब धारा 370 जब हटी थी तो सब मुंह फैलाकर कश्मीर की तरफ देख रहे थे..ऐसा लग रहा था जैसे गांव के ऊसर की जमीन का आवंटन शुरू हो गया है और वो ऊसर सबमें बंटेगा.. (300 crore bribe for Kashmir? CBI probe begins )
दोस्तों गांव बसा नहीं और लुटेरे पहले आ गए..ये कहावत आपने सुनी ही होगी..कश्मीर से धारा 370 हटी..ये धारा हटने के बाद कहा गया कि अब कोई भी कश्मीर में जमीन खरीद सकता है..कोई भी भारतीय कश्मीर में व्यापार कर सकता है..ब्याह कर सकता है..ये बातें इतनी तेजी से फैलीं की फुटपाथ पर सोने वालों ने भी कश्मीर में एक प्लाट कटाने का मन बना लिया था.. (300 crore bribe for Kashmir? CBI probe begins )
( CHANGE BHAAV KATAKSH ) अंबानी जैसे उद्योगपति और आरएसएस के लोग तो खैर फिर भी इलिजिबल कैंडीडेट थे..और क्यों ना हों जहां हुए बलिदान मुखर्जी वो कश्मीर हमारा है..सारा का सारा है..कश्मीर के लिए 300 करोड़ क्या 3 हजार करोड़ रूपए देने पड़ें तो वो भी देंगे..हैं कुछ राष्ट्रवादी टाइप की फीलिंग आई कि नहीं (300 crore bribe for Kashmir? CBI probe begins )
अच्छा एक बात समझ में नहीं आती कि जिन लोगों ने बीजेपी के राज्यपाल को घूस देने की कोशिश की उनकी जांच किस बात की चल रही है..घूस देना गलत बात है इस बात की या फिर डायरेक्ट कश्मीर जाकर घूस देने हिम्मत कैसे की इस बात की..सिस्टम में हेरारकी नाम की भी कोई चीज होती है कि नहीं…सब कुछ सिस्टम से चलता है..मान लिया धारा 370 हट गई है..कश्मीर में व्यापार का स्कोप ज्यादा है..लेकिन ऐसा तो नहीं हो सकता कि ग्राहक शोरूम से माल खरीदने के बजाए सीधे गोदाम वाले से डील पक्की करने लगे..शोरूम में मालिक AC लगाकर..इसलिए थोड़े बैठा है कि आप सीधे गोदाम जाकर सौदा करने लगें. (300 crore bribe for Kashmir? CBI probe begins )
घूस देना और लेना दोनों अपराध हैं…भ्रष्ट्राचार से हमारे प्रधानमंत्री जी बहुत नफरत करते हैं..इसीलिए इस घूस कांड की जांच चल रही है..सत्यपाल मलिक वही हैं जिन्होंने तीन किसान कानूनों का विरोध किया था..सत्यपाल मलिक कश्मीर के राज्यपाल रह चुके हैं..अभी मेघालय के राज्यपाल हैं.. (300 crore bribe for Kashmir? CBI probe begins )