आधी रात चला एक और ‘सियासी ड्रामा’, टूट गई पार्टी, 2 विधायक बीजेपी में हो गए शामिल-
गोवा के मुख्यमंत्री रहे मनोहर पर्रिकर के निधन के बाद से गोवा की राजनीति में उलटफेर जोरों पर है. करीब हफ्ते भर पहले बीजेपी ने रातों रात ही गोवा के अगले मुख्यमंत्री को शपथ भी दिला दी थी. और अब आधी रात को एक और फैसला ले लिया गया.

आपको बता दें कि आधी रात को ही महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (एमपीजी) टूट गई. और इसके 2 विधायकों मनोहर अजगांवकर और दीपक पवास्कर ने गोवा विधानसभा के स्पीकर को पत्र सौंप दिया. जिसके बाद दोनों ने महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी का बीजेपी में विलय करने के फैसला का एलान कर दिया. पार्टी के तीन विधायकों में से दो विधायक भाजपा में शामिल हो गए. पार्टी के तीसरे विधायक सुदिन धवालिकर ने इस पर हस्ताक्षर नहीं किया है.
धवालिकर बीजेपी के नेतृत्व वाली गोवा सरकार में उपमुख्यमंत्री हैं. पर्रीकर के निधन के बाद प्रमोद सावंत को गोवा का मुख्यमंत्री बनाया गया है. प्रमोद सावंत ने ही मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि एमजीपी के दो विधायक बीजेपी में शामिल हो गए हैं. उन्होंने आगे कहा कि दोनों विधायकों के भाजपा में शामिल होने के बाद हमारे पास कुल 14 विधायक हो गए हैं. अब बीजेपी के विधायकों की संख्या भी कांग्रेस के बराबर हो गई है.
गोवा में विधानसभा की कुल 40 सीटें हैं. एमजीपी 2012 से ही बीजेपी की सहयोगी पार्टी रही है. दल-बदल विरोधी कानून के तहत कम से कम दो तिहाई विधायक अगर एक साथ पार्टी छोड़ते हैं, तभी उन्हें एक पृथक दल के रूप में मान्यता दी जा सकती है और पार्टी छोड़ने वाले विधायकों की विधानसभा सदस्यता भी बरकरार रह सकती है.
गोवा के नए मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद कहा था कि मुझे सभी सहयोगियों के साथ एक स्थिरता के साथ आगे बढ़ना है. अधूरे कामों को पूरा करना मेरी जिम्मेदारी होगी. मैं मनोहर परिकर जी के जितना काम नहीं कर पाऊंगा लेकिन जितना संभव हो सके काम करने की कोशिश करूंगा.
बता दें 63 वर्षीय मनोहर परिकर का 17 मार्च को निधन हो गया था. वह लंबे समय से पैनक्रियाटिक कैंसर से जूझ रहे थे. 18 मार्च को उन्हें राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई.