17वीं लोकसभा संसदीय सत्र में नहीं दिखेंगे ये दिग्गज नेता, ये है बड़ी वजह
आज से 17वीं लोकसभा के पहले संसद सत्र की शुरुआत भी हो गई है. 17वीं लोकसभा के लिए भाजपा सांसद डॉक्टर वीरेंद्र कुमार को प्रोटेम स्पीकर बनाया गया है. जिनको राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने लोकसभा के प्रोटेम स्पीकर के रूप में शपथ दिलाई.

सदन की कार्यवाही की शुरुआत राष्ट्रगान के साथ हुई और इसके बाद सदन में 2 मिनट का मौन भी रखा गया. फिर प्रोटेम स्पीकर ने एक-एक करके सबको शपथ दिलाई. पहले पीएम मोदी, इसके बाद राजनाथ सिंह, अमित शाह, नितिन गडकरी सहित केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, डॉक्टर हर्षवर्धन, रमेश पोखरियाल, बीजेपी सांसद अश्वनी कुमार चौबे, किरण रिजिजू, जितेंद्र सिंह, गिरिराज सिंह, प्रह्लाद जोशी, राव इंद्रजीत सिंह, प्रह्लाद सिंह पटेल, अर्जुन राम मेघनाल, कृष्णपाल गुर्जर, साध्वी निरंजन ज्योति, बाबुल सुप्रियो, शिवसेना के अरविंद सावंत, शिरोमणि अकाली दल से सांसद हरसिमरत कौर बादल ने शपथ ग्रहण की.
सदन में नहीं दिखेंगे ये दिग्गज नेता-
लेकिन इस 17वीं लोकसभा में लोगों को कई दिग्गज राजनेता नहीं दिखेंगे. जिसमें गुजरात के गांधीनगर सीट से सांसद रहे लालकृष्ण आडवाणी, 16वीं लोकसभा में कानपुर संसदीय क्षेत्र से सांसद चुने गए डॉ. मुरली मनोहर जोशी, विदिशा लोकसभा सीट से सांसद चुनी गईं पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, इंदौर लोकसभा सीट से सांसद रहीं पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन, 16वीं लोकसभा में मधुबनी से सांसद रह चुके हुकुमदेव नारायण यादव शामिल हैं. इन सभी दिग्गजों ने लोकसभा चुनाव भी नहीं लड़ा है.
वहीँ कुछ दिग्गज नेता ऐसे भी हैं जो चुनाव हार गए हैं जिसमें भाजपा छोड़ कांग्रेस के टिकट पर पटना साहिब से चुनाव लड़ने वाले शत्रुध्न सिन्हा, लोकसभा में कांग्रेस के नेता सदन रहे मल्लिकार्जुन खड़गे, लोकसभा में कांग्रेस संसदीय दल के उपनेता और राहुल गांधी के करीबी ज्योतिरादित्य सिंधिया, पूर्व प्रधानमंत्री और जेडी (एस) मुखिया एचडी देवगौड़ा, कन्नौज संसदीय क्षेत्र से दो बार सांसद रहीं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव, केंद्रीय मंत्री और भाजपा प्रत्याशी मनोज सिन्हा शामिल हैं. ये सभी नेता अपनी ही सीट हार गए हैं.
बतादें कि संसद का बजट सत्र 17 जून से 26 जुलाई तक चलेगा. सूत्र बताते हैं कि 19 जून को लोकसभा अध्यक्ष का चुनाव किया जायेगा. और 20 जून को राष्ट्रपति संसद के दोनों सदनों को संबोधित करेंगे. वहीं निर्मला सीतारमण बतौर वित्त मंत्री 5 जुलाई को आम बजट पेश करेंगी. इस सत्र में सरकार तीन तलाक, केंद्रीय शैक्षणिक संस्थान (शिक्षक संवर्ग में आरक्षण), नागरिकता संशोधन जैसे कई अहम बिल पेश करेगी.