हिंदुस्तान में बाढ़ का कहर

मौसम विभाग के अलर्ट के मुताबिक 15 से 20 जून तक मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, गुजरात का सौराष्ट्र और कच्छ, महाराष्ट्र के विदर्भ और ओडिशा में भारी बारिश हो सकती है..जबकि 15 जून को झारखंड, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, राजस्थान, विदर्भ और ओडिशा में मूसलाधार बारिश की चेतावनी दी गई है..इसके साथ ही 16 जून को मध्य प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, विदर्भ, मध्य महाराष्ट्र, झारखंड और ओडिशा में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है…

 

 

 

देश की राजधानी दिल्ली की..शुक्रवार दोपहर बाद दिल्ली के आसमान में अचानक अंधेरे छा गया..पूरी दिल्ली के आसमान को काले बादलों ने ढक लिया.. और इसके शुरु हुई दिल्ली में मूसलाधार बारिश..करीब 90 मिनट तक दिल्ली के आसमान में बादल बिना रुके बरसे..जो जहां-जहां वही ठहर गया..देखते ही देखते दिल्ली पर जगह-जगह पानी भर गया..दिल्ली के प्रमुख चोराहे आईटीओ पर तो घुटने-घुटने पानी था..लेकिन उससे भी ज्यादा खराब हालात दिल्ली सरकार के सचिवालय के थे..दिल्ली सचिवालय के अंदर दनदनाता हुआ पानी घुस गया..तो अफसरों के माथे पर चिंता की लकीरें खींच गई…

 

 

असम के तीन जिले बाढ़ का सबसे ज्यादा कहर झेल रहे हैं
लखीमपुर, धेमाजी और बिश्वनाथ जिलों में बाढ़ तबाही मचा रही है
तीन जिलों के 35 गांवों में करीब 25 हजार लोग बाढ से प्रभावित है
असम में अबतक बाढ़ से 34 लोगों की मौत हो चुकी है

सबसे ज्यादा खराब हालात लखीमपुर जिले के हैं…बाढ़ के हालात को देखते हुए असम सरकार ने पूर्वोत्तर बिजली निगम को रंगानदी बांध से बिना चेतावनी के और पानी नहीं छोड़ने के निर्देश दिए है…पूर्व में जहां असम बाढ़ से त्राहिमान-त्राहिमान कर रहा है तो पश्चिम में गुजरात जल तांडव की मार झेल रहा है… गुजरात के नवसारी और वलसाड जिलों में तो जैसे सड़कों पर दरिया बह रही है..भारी बारिश और बाढ़ ने यहां तबाही मचा रखी है..कई रिहायशी इलाके बारिश और बाढ़ के पानी से जलमग्न है..लोगों के लिए घरों से निकलना भी मुश्किल हो गया है..पानी ने यहां ऐसा प्रहार किया है कि सड़क और पुल तक बह गए..सूरत शहर के कई हिस्से भी पानी से लबालब हो गए..वडोदरा के बिलगाम में तो एक कार में बैठे लोगों की जिंदगी ही पानी के बहाव के बीच फंस गई…

 

 

पिछले दो महीनों में बारिश और बाढ़ की वजह से गुजरात में 19 लोगों की मौत हो चुकी है
जबकि पिछले साल गुजरात में बाढ़ और बारिश ने 200 से ज्यादा लोगों की जिंदगी छीन ली थी

 

पूर्व और पश्चिम ही नहीं उत्तर भारत के कई इलाके भी बारिश और बाढ़ का तांडव झेल रहे हैं…उत्तर में सबसे ज्यादा बुरा हाल उत्तराखंड का है..उत्तराखंड में शहर दर शहर सैलाब का विकराल रूप देखने को मिल रहा है…दो दिन पहले देहरादून की सड़कों और गलियों में पानी के सैलाब ने ऐसा तांडव मचाया कि जो सामने आया वो बह गया… नदी की शक्ल में पानी शहर की उन रिहायशी कॉलोनियों में घुस गया जिन्हे बेहद पॉश माना जाता है..चंद घंटों में शहर में बाढ़ जैसे हालात बन गए…गाड़ियां पानी में ऐसे बहती हुई नजर आईं जैसे कोई कागज की कश्ती हो..यहां एक मकान गिरने से कई लोगों की जान चली गई…

 

 

उत्तराखंड में बाढ़ की सबसे भयानक तस्वीर पिथौरागढ़ से सामने आई..जहां उफनती हुई नदी का रौद्र रूप लोगों की रूह कपा दे रहा है… इस उफनती नदी की चपेट में जो आया वो बहता चला गया..ना रास्ते में कोई पुल बचा ना कोई घर… यहां तक की जेसीबी मशीन भी नदी के बहाव के आगे ठहर नहीं पाई..उत्तराखंड में भारी बारिश के कारण अलकनंदा, भागीरथी, मंदाकिनी पिंडर नदी खतरे के निशान से उपर बह रही है…तो उत्तरकाशी में गंगा नदी भी पूरे उफान पर है…पहाड़ ही नहीं मैदान भी जल प्रलय से अच्छुते नहीं रहे… आसमान से बरसे पानी से राजस्थान की नदियां भी रौद्र रूप दिखाने लगी है… भारी बारिश के बाद राजस्थान के झालवाड़ा में बाढ़ जैसे हालात बन गए… रूपली नदी जहां उफान पर आ गई तो सड़कों पर गाड़ियां खिलौनों की तरह बहने लगी… सड़कों पर कई-कई फीट पानी जमा हो गया…आमतौर पर सूखे की मार झेलने वाले मध्य प्रदेश में कई जिले भी इन दिनों मानसूनी आफत की मार झेल रहे है… मध्य प्रदेश के कई जिलों से बाढ़ जैसे तस्वीरें सामने आ रही है..उधर, हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में भी लगातार बारिश हो रही है…तो कश्मीर भी इस वक्त बारिश का शिकार है..ऐसे में साफ है आसमान से राहत की बूंदे नहीं बल्कि आफत बरस रही है..