भगोड़े बाबा Nithyananda ने बनाया नया देश Kailasa | नया देश कैसे बनता है ?
भारत में नित्यानंद ( Nithyananda ) नाम के एक बाबा ने अपनी शिष्याओं के साथ बलात्कार किया..जैसे बीजेपी सरकार में कांड करके भारत से सब भाग जाते हैं..वैसे ही 2019 की मोदी सरकार में ये बाबा भी विदेश भाग गया.. मात्र 3 साल में इस बाबा ने अपना अलग देश बना लिया है..नित्यानंद ( Nithyananda ) के कैलाशा नाम के इस देश की साध्वी को जब दुनिया ने संयुक्त राष्ट्र संघ में भाषण देते हुए देखा तो लोगों के पैरों के नीचे से जमीन खिसक गई..क्या अपना देश बना लेना इतना आसान है..भारत के भगोड़े बाबा ने कैसे अपना देश बनाया..यहां की अलग करेंसी है..यहां का झंडा अलग है..करेंसी है..इसका संविधान अलग है..पासपोर्ट हैं..अपनी बैंकें हैं..और तो और अगर आप इस बलात्कीरी बाबा के देश की सदस्यता चाहते हैं तो अप्लाई भी कर सकते हैं..ये सब कैसे है..नया देश कैसे बनता है..उसके लिए क्या क्या कागज लगते हैं..आज इसी पर बात करेंगे..
‘यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ़ कैलासा’ ये है भारत के भगोड़े बाबा नित्यानंद के देश का नाम..क्या कैलाशा नाम का देश बना लेने के बाद अब भारतीय कानून के पकड़ से नित्यानंद बाहर हो जाएगा..चलिए तो वीडियो की शुरुआत पहले सवाल से करते हैं..कि क्या अपना अलग देश बना लेना इतना आसान है..दोस्तों दुनिया में कुल 240 देश हैं..इन 240 में 195 देश ऐसे हैं जिनको यूनाइटेड नेशन्स ने मान्यता दे रखी है..किसी इलाके को तब एक देश माना जाता है..जब उसकी अपनी तय जमीन हो..जनसंख्या हो..एक सरकार हो..और दूसरे देशों के साथ समझौते करने की..व्यापार करने की..क्षमता हो…195 देशों के नाम तो आपने सुने होंगे..लेकिन वो 40 देश कैसे सर्वाइव कर रहे हैं…जो हैं तो देश..जिनकी अपनी करेंसी..अपनी सरकार है..अपना पासपोर्ट है..अपने कानून हैं..अपना झंडा है..अपना व्यापार है..वो कैसे इस दुनिया में गुजारा कर रहे हैं..दोस्तों ऐसे ऐसे देश हैं..जिनके नाम-पता आपको मालूम ही नहीं होंगे.. जिनके बारे में आपने सुना ही नहीं होगा..लेकिन वो हैं तो देश ही..बिना मान्यता प्राप्त देश..ये देश अमेरिका से लेकर ऑस्ट्रेलिया तक फैले हैं…
इन देशों को कोई मान्यता नहीं देता…लिहाजा इन देशों ने अपना अलग संयुक्त राष्ट्र संघ बना लिया है..ताइवान 1971 तक देश था..उसी साल चीन संयुक्त राष्ट्र संघ का हिस्सा बना तो ताइवान से देश होने का दर्ज़ा छिन गया…ग्रेट ब्रिटेन में इंग्लैंड, स्कॉटलैंड, वेल्श और उत्तरी आयरलैंड अलग अलग देश हैं..इनकी अपनी अलग अलग टीमें हैं. कई खेलों में ये एक दूसरे के मुक़ाबले उतरते हैं. लेकिन, संयुक्त राष्ट्र संघ में इन सबको मिलाकर एक देश का दर्ज़ा मिला है…
अमेरिका में लकोटा रिपब्लिक है…लसोटा जनजाति की जनसंख्या एक लाख है. दुनिया के सबसे ताक़तवर मुल्क़ अमेरिका के ठीक सीने पर अलग देश बनाकर खूंटा ठोककर बैठे हैं..संयुक्त राष्ट्र ने देश का दर्जा नहीं दिया तो क्या हुआ..इनके अपने नियम कानून इनके इलाके में चलते हैं..अफ्रीका में एक देश है ओगोनीलैंड, जहां के लोग नाइजीरिया से अलग होना चाहते हैं…बरोत्सेलैंड और ओगोनीलैंड, दोनों ने साल 2012 में ख़ुद को आज़ाद घोषित कर दिया था..अलग देश हैं..लेकिन इनको देश की मान्यता नहीं है..
ऑस्ट्रेलिया में साल 2013 में मुरावरी नाम से एक नए देश का एलान किया गया था…ऑस्ट्रेलिया में ही ऐसा देश है जो एक खेती करने वाले परिवार का देश है..इस देश का नाम हट रिवर है…इस परिवार ने खुद को ऑस्ट्रेलिया से आजाद कर लिया है..अपनी करेंसी बना ली, डाक सेवा शुरू कर दी, यहां तक की शाही उपाधियां भी बांट गईं..इस नन्हें से देश में स्टैम्प का कारोबार चमक उठा है…हाल ये है कि ऑस्ट्रेलिया सरकार ने भी थक-हारकर उन्हें उनके हाल पर छोड़ दिया है. अब वो ऑस्ट्रेलिया की सरकार को टैक्स अदा नहीं करते…
1971 में कोपेनहेगेन में कुछ लोग सेना की एक पुरानी बैरक पर कब्ज़ा जमा लिया और ख़ुद को आज़ाद मुल्क़ घोषित कर दिया, जिसमें हर फ़ैसले पर हर नागरिक को वोट देने का हक़ हासिल है…डेनमार्क की सरकार ने भी उन्हें उनके हाल पर छोड़ दिया है..ऑस्ट्रेलिया में ऐसा ही मुल्क़ है अटलांटियम. इसकी राजधानी कॉनकार्डिया में इंसानों से ज़्यादा कंगारू रहते हैं. अटलांटियम की कोई सरहद नहीं है मतलब, कहीं भी, कोई भी इसका नागरिक बन सकता है…ऐसा ही एक और देश है एल्गालैंड-वरगालैंड. इसकी नींव दो स्वीडिश कलाकारों ने रखी थी…तो दोस्तों जिसमें दम है वो देश की घोषणा कर सकता है..
जैसे भारत से भागे बलात्कार के आरोपी बाबा नित्यानंद ( Nithyananda ) ने अमेरिका के शहर नेवार्क के साथ उसे सजाने संवारने..बसाने..लोगों को अच्छा जीवन देने के लिए सिस्टर सिटी एग्रीमेंट करके उसे अपना देश घोषित कर दिया..यूएन में अपने प्रतिनिधि भेज दिए..ह्यूमन राइट्स पर हिदुओं के अधिकारों की बात करने लगा..यूएन में नित्यानंद की प्रतिनिधि ने कहा कि नित्यानंद को उनके अपने जन्मस्थान पर हिंदू विरोधी लोग प्रताड़ित करते हैं..खैर ये देखिए नित्यानंद के देश कैलाशा की लॉन्च हुई करेंसी..ये देखिए पास्पोर्ट..ये देखिए राष्ट्रगीत..ये देखिए बाबा के देश कैलाशा का राष्ट्रीय प्रतीक जिसमें वो खुद शंकर भगवान की तरह दिखाई दे रहा है..ये उसके दो बिलियन हिंदुओं की संख्या देखिए..जिसका दावा वो वेबसाइट पर करता है..इसके देश कैलाशी की राष्ट्रीय भाषा हिंदी और संस्कृत है..ये भगोड़े बाबा के देश कैलाशा का राष्ट्रीय झंडा है..इसमें उसकी खुद की फोटो है..और नंदी जैसी आकृति है..इसने अपने देश में रिजर्व बैंक ऑफ कैलाशा बनाने की घोषणा कर दी..बैंक के नियम कानून भी घोषित कर दिए..नेवार्क में बाबा को सिस्टर सिटी कैलाशा बनाने का एग्रीमेंट हुआ था..बाबा ने देश घोषित कर दिया..भारत में बावाल हो गया..दुनिया में थू थू हो गई कि भारत का भगोड़ा अमेरिका में जाकर देश बना रहा है…ह्यूमन के राइट्स को कुचलने वाले बाबा की शिष्या विजयप्रिय जनेवा में यूनाइटेड नेशन्स में मानव अधिकारों पर ज्ञान छौंक रही है..तो अमेरिका ने भी अपना एग्रीमेंट कैंसिल कर दिया है..
दोस्तों अगर आपमें दम है तो देश बनाना बहुत मुश्किल नहीं है..बस मान्याता दिलानी मुश्किल है..विजय माल्या..नीरव मोदी..ललित मोदी..मेहुल चौकसी..जतिन मेहता.. जैसै भारत छोड़कर भागे 51 लोग भारत से 17 हजार 9 सौ करोड़ लेकर भागे लोग भी अपना अगल देश बना सकते हैं..दोस्तों यूनाइटेड नेशन्स में सिर पर जटाएं बांधकर बैठी तो..लोगों को लगा सनातन संस्कृति वाले देश भारत से आई होगी..लेकिन उसके बोर्ड पर देखा गया तो यूनाइटेड नेशन्स ऑफ कैलाशा लिखा था..बडे़ बड़े लोग सोच में पड़ गए..ये कौन सा हिंदू राष्ट्र पैदा हो गया..जब पता किया गया कि ये औरत कौन है तो पता चला भगोड़े बाबा ने नया देश बना लिया है…ये उसकी नई दुकान का पता है..दोस्तों इस रिसर्च वीडियो में इतना ही..नमस्कार चैनल को सब्सक्राइब जरुर करिए..कंटेंट कैसा लग रहा है..कमेंट में जरूर बताइए..ट्विटर पर @pragyalive नाम से खोजकर फॉलो भी करिए..साथ आएंगे तो सच को और सामर्थ्य मिलेगा