अखिलेश ने एक तीर से दो शिकार किए

कहते हैं अखिलेश यादव और डिंपल यादव की तरफ से 1 विक्रमादित्य मार्ग पर होटल बनवाया जा रहा है. ये होटल बनवाने वाली खबर सरासर गलत है..विरोधी पार्टियां ये प्रचारित कर रही हैं कि अखिलेश और डिंपल मिलकर होटल खोल रहे हैं…अब वो अपना होटल का बिजनेस चलाएंगे..ये भी सरासर गलत है..हमने अखिलेश के करीबियों से बात करके जो खबर निकाली है वो ये है कि अखिलेश यादव के होटल के धंधे में उतरने की खबर सरासर गलत है…

मामला ये है कि अभी कुछ दिन पहले आपने सुना होगा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद अखिलेश को अपना बंगला खाली करना पड़ा था..उसके बाद उनको दूसरे घर में शिफ्ट करना पड़ा..तो जिस घर में अखिलेश यादव रह रहे हैं वो उनका पर्सनल घर नहीं है..सूत्र कहते हैं वो घर मुलायम के समधी संजय सेठ ने अखिलेश ने रहने को दिया है..हालांकि रहना चाहें तो अखिलेश जीवन भर उस घर में रह सकते हैं लेकिन अखिलेश दूसरे के घर में रहना पसंद नहीं करेंगे…वो लखनऊ ही लौटेंगे…और लखनऊ में कहां लौटेंगे 1 विक्रमादित्य मार्ग अभी भी कहानी आपको समझ में नहीं आई होगी विस्तार से समझाते हैं..

1ए विक्रमादित्य मार्ग जहां अखिलेश के हिबिस्कस हेरिटेज नाम से होटल बनाने की चर्चाएं चल रही हैं..वो सरकार के लिए हेरिटेज होटल ही रहेगा..क्योकि वो जमीन हेरिटेज है..अखिलेश वहां कानून तौर पर अपना घर नहीं बना सकते वहां कुछ हेरिटेज टाइप का ही कुछ बन सकता है…मतलब बनेगा तो होटल के नाम पर ही लेकिन वहां रहेगा अखिलेश का परिवार.. कहानी में थोड़ा ट्विवीस्ट आ गया था जिसकी वजह से अखिलेश को ये होटल दांव चलना पड़ा क्योंकि मार्ग पर जो 30 हजार वर्ग फुट जमीन खरीदी थी और उस पर अपना बंगला बनाने का सपना देखा था, लेकिन बाद में उस क्षेत्र को हेरीटेज जोन घोषित कर

दिया गया…जब अखिलेश ने इस पर मकान बनाने का प्रस्ताव तैयार किया तो पता चला कि वे उसमें मकान नहीं बनवा सकते क्योंकि वो हेरीटेज जोन घोषित है…वहां वो हेरीटेज होटल बनवा सकते हैं.. हेेरीटेज लाइब्रेरी का निर्माण भी करा सकते हैं.. बस ये प्रस्ताव उन्हें पसंद आया.. उन्होंने अपने प्रस्तावित आवास को हेरीटेज होटल के रूप में विकसित करने का प्रस्ताव बना डाला और उसके एक हिस्से में बतौर प्रबन्धक रहने का भी फैसला कर लिया….

जमीन का बैनामा 2005 में हुआ था..भूखंड 1-ए का बैनामा अखिलेश और डिंपल के नाम पर है, जबकि प्लॉट-2 का बैनामा एसपी राष्ट्रीय अध्यक्ष के नाम पर है..अब इसके निर्माण की तैयारी शुरू की जा रही हैं…समाजवादी पार्टी प्रवक्ता अुनराग भदौरिया के मुताबिक विशिष्ट अतिथि गृह खोलने के लिए जलकल और नजूल विभाग से एनओसी मिल गई है..एलडीए अब नगर निगम समेत दूसरे विभागों से एनओसी का इंतजार कर रहा है.. दूसरे विभागों की एनओसी मिलने के बाद 15 दिनों के भीतर एलडीए नक्शा पास कर देगा..सपा ने साफ किया है ये होटल बिल्कुल नहीं है…