UP में वैक्सीन के भंडारण से लेकर लगाने तक की योजना तैयार, बनी टास्क फोर्स, जानें- कैसे होगा कोरोना टीकाकरण
कोरोना वैक्सीन को लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बेहद सख्त हैं. सभी अधिकारियों को उन्होंने वैक्सीन के सुरक्षित परिवहन, भंडारण व कोल्ड चेन की देख रेख को लेकर निर्देश दे दिए हैं.

इसके साथ ही सीएम ने टीकाकरण की रणनीति को अंतिम रूप देने की कवायद तेज कर दी है. योगी आदित्यनाथ खुद कोरोना वैक्सीनेशन की तैयारियों पर नजर रखे हुए हैं। शासन स्तर पर भी प्रभावी ढंग से टीकाकरण कराने के लिए मुख्य सचिव व अपर मुख्य सचिव चिकित्सा-स्वास्थ्य की अध्यक्षता में स्क्रीनिंग कमेटी व टास्क फोर्स का गठन कर दिया है.
हर केंद्र पर टीकाकरण तीन चरणों में होगा जिसके लिए तीन अलग-अलग कमरों की व्यवस्था की जाएगी. एक व्यक्ति के टीकाकरण में 30-40 मिनट का समय लगने की संभावना है. पहले कक्ष में टीका लगवाने वाले का प्रारंभिक परीक्षण और पंजीकरण किया जाएगा. दूसरे कक्ष में टीका लगाया जाएगा और तीसरे कक्ष में उसे आधे घंटे तक चिकित्सकों की निगरानी में रखकर देखा जाएगा कि कोई दुष्प्रभाव तो नहीं पड़ रहा है.
तीसरा कक्ष चिकित्सा उपकरणों से सुसज्जित रहेगा ताकि टीका लगाने के बाद अगर किसी तरह की दिक्कत आती है तो तत्काल उसका इलाज किया जा सके. राज्य सरकार को अब केंद्र की मंजूरी का इंतजार है. इसके बाद ही साफ होगा कि वैक्सीन का भंडारण किस तापमान पर किया जाना है.
वहीं इससे पहले सीएम योगी ने कहा था कि प्रदेश में कोराना वैक्सीन भंडारण के लिए 35 हजार केंद्र बनाए जाएंगे. वैक्सीन के सुरक्षित स्टोरेज और कोल्ड चेन की स्थापना के लिए फूलप्रूफ कार्ययोजना बनाई जाए. जनवरी तक कोरोना वायरस की वैक्सीन आ जाएगी. लेकिन जब तक वैक्सीन नहीं आ जाती है तब तक कोरोना से बचने के लिये दूरी बनाना है व मास्क लगाना है.
सीएम ने ये भी कहा था कि किसी भी हाल में वैक्सीन का दुरुपयोग न होने पाए. और पूर्व में रूबेला व खसरे की रोकथाम के लिए चलाए गए टीकाकरण अभियानों के अनुभवों के आधार पर कोरोना वैक्सीनेशन अभियान प्रदेश में प्रभावी ढंग से लागू किया जाए.