बड़ा खुलासा: दुश्मन को फंसाने के लिए पुजारी ने खुद पर चलवाई थी गोली, महंत और प्रधान का था पूरा प्लान, पढ़ें-
गोंडा में 7 दिन पहले हुए श्रीराम जानकी मंदिर के पुजारी पर जानलेवा हमले का बड़ा खुलासा पुलिस ने किया है. साथ ही आरोपी महंत, ग्राम प्रधान उसके बेटे समेत सात लोगों को गिरफ्तार कर लिया है.

पुलिस ने खुलासा करते हुए बताया कि घटना की साजिश में खुद पुजारी शामिल था. इसके लिए मुन्ना सिंह नाम के प्रोफेशनल शूटर को बुलाया गया था. गोंडा के तिर्रेमनोरमा के पूर्व ग्राम प्रधान अमर सिंह को फंसाने को लेकर रामजानकी मंदिर के महंत ने मौजूदा ग्राम प्रधान के संग मिलकर पुजारी पर फायरिंग की साजिश रची थी. इस साजिश में हमले में जख्मी हुआ पुजारी भी शामिल था.
इस पूरे मामले में 9 आरोपी सामने आए हैं. जिसमें 7 को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है. पुजारी का इलाज लखनऊ की किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) में चल रहा है. उसे भी ठीक होने के बाद गिरफ्तार कर लिया जाएगा. इसके अलावा, साजिश करने वाले प्रधान का बेटा सूरज सिंह फरार है. पकड़े गए आरोपियों के पास से 315 बोर का तीन तमंचा, तीन जिन्दा कारतूस, एक खोखा कारतूस व चार मोबाइल फोन मिले हैं.
मामला 10 अक्टूबर की रात का है. इटियाथोक इलाके के तिर्रेमनोरामा स्थित मंदिर में सोते वक्त पुजारी सम्राट दास को गोली मारने की घटना सामने आई थी. इसमें वे घायल हो गए थे. जिसके बाद काफी बवाल हुआ था. इस संबंध में मंदिर के महंत ने तिर्रेमनोरामा के रहने वाले मुकेश सिंह, भयहरण सिंह, अमर सिंह, दरोगा सिंह के खिलाफ केस दर्ज कराया था. महंत ने ही तहरीर में अमर सिंह को मुख्य आरोपी बनाते हुए कहा था कि अमर सिंह मंदिर की जमीन पर अवैध कब्जा करना चाहता है.
बतादें कि तिर्रेमनोरामा में 120 बीघा श्रीराम जानकी मंदिर की जमीन है. इसे लेकर महंत सीताराम दास और अमर सिंह के बीच विवाद चल रहा है. और दूसरी तरफ मौजूदा प्रधान विनय सिंह और अमर सिंह के बीच चुनावी रंजिश भी चल रही थी. इसी के चलते महंत सीताराम दास और विनय सिंह ने मिलकर प्लान बनाया कि अगर अमर सिंह को किसी मामले में फंसाकर जेल भिजवा दें तो दोनों का मकसद पूरा हो जाएगा और रास्ता भी साफ़ हो जायेगा.