वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए अहम भूमिका निभा सकता है आत्मनिर्भर भारत: PM मोदी
ब्रिक्स देशों की वर्चुअल शिखर बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा रूस, ब्राजील, दक्षिण अफ्रीका और चीन के राष्ट्रपति भी शामिल रहे. विभिन्न मुद्दों पर चर्चा के लिए PM मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी शिनफिंग एक बार फिर आमने-सामने रहे.

सम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में आतंकवाद, कोरोना महामारी और आत्मनिर्भर भारत समेत कई मुद्दों पर बात रखी और कहा कि हमारी क्षमताएं पूरे विश्व की भलाई के काम आ सकती हैं. उन्होंने कहा कि आतंकवाद सबसे बड़ी समस्या है, जिसका सामना दुनिया आज भी कर रही है. हम ये निश्चित करेंगे कि जो देश आतंकवाद को समर्थन करते हैं, उन्हें जवाबदेह ठहराया जाए और इस समस्या से ऑर्गनाइज्ड ढंग से लड़ा जाए.
मोदी ने कहा कि हमने ‘आत्मनिर्भर भारत’ अभियान के तहत अपने देश में एक व्यापक सुधार प्रक्रिया शुरू की है. हमारा ये अभियान इस विश्वास पर आधारित है कि भारत वैश्विक वैल्यू चेन में महत्वपूर्ण योगदान दे सकता है. कोविड-19 के बाद स्वयं पर निर्भर हो चुका भारत वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए बहुत अहम भूमिका निभा सकता है और अन्य देशों की अर्थव्यवस्था को भी बेहतर बनाने में मदद कर सकता है.
PM मोदी ने कहा, भारत और दक्षिण अफ्रीका ने कोविड-19 वैक्सीन उपचार और जांच संबंधी एग्रीमेंट किए हैं. इसमें छूट का प्रस्ताव रखा गया है. हमें आशा है कि ब्रिक्स के बाकी देश भी इसका समर्थन करेंगे. डिजिटल हेल्थ में सहयोग बढ़ाने पर भारत काम करेगा.
बतादें कि 2021 में ब्रिक्स के 15 वर्ष पूरे हो जाएंगे. विदेश मंत्रालय ने कहा है कि अगले ब्रिक्स शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता भारत करेगा. इससे पहले भारत ने 2012 और 2016 में ब्रिक्स देशों के शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता की है. पीएम मोदी ने कहा 2021 में अपनी अध्यक्षता के दौरान हम ब्रिक्स के तीनों स्तंभों में intra-BRICS सहयोग को मजबूत करने का प्रयत्न करेंगे.