नीयत और नीति से किसानों का हित चाहते हैं, कृषि सुधारों से किसानों को होगा ज्यादा फायदा: PM मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग महासंघ (FICCI) की 93वीं वार्षिक बैठक (AGM) में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए किसानों को उनके फायदे की जानकारी ही है.

अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा, कोरोना महामारी के बाद जितनी तेजी से हालात बिगड़े, उतनी ही तेजी के साथ सुधर भी रहे हैं. भारत में दुनिया का सबसे बड़ा डीबीटी सिस्टम काम कर रहा है. कोरोना के समय भारत जरुरतमंद कोटि-कोटि नागरिकों तक सीधे पैसे पहुंचाने में सक्षम रहा है. आज देश में अकेले यूपीआई से हर महीने करीब 4 लाख करोड़ रुपये का लेनदेन हो रहा है.
हाल के कृषि सुधारों से कृषि और उनसे जुड़े क्षेत्रों के बीच की अड़चनें हटाई जा रही है. किसानों को जितना सपोर्ट मिलेगा, हम जितना इन्वेस्ट करेंगे, उतना किसान और देश मजबूत होगा. सरकार नीयत और नीति से किसानों का हित चाहती है. भारत के किसानों के पास अपनी फसल मंडियों के साथ ही बाहर भी बेचने का विकल्प है. इससे किसानों की आय में वृद्धि होगी.
देश के कृषि क्षेत्र को मजबूत करने के लिए बीते वर्षों में तेजी से काम किए गए है. आज भारत का एग्रीकल्चर सेक्टर पहले से ज्यादा वाइब्रेंट हुआ है. जितना हमारे देश में एग्रीकल्चर में प्राइवेट सेक्टर को निवेश करना था, उतना नहीं हुआ. हमारे यहां कोल्ड स्टोरेज की समस्या रही है. फर्टिलाइजर की दिक्कत रहती है, इसे इम्पोर्ट किया जाता है. इसके लिए उद्यमियों को आगे आना चाहिए.
इन सारे प्रयासों का लक्ष्य यही है कि किसानों की आय बढ़े, देश का किसान समृद्ध हो. ये निश्चित है कि 21वीं सदी के भारत की ग्रोथ को गांव और छोटे शहर ही सपोर्ट करने वाले हैं. आप जैसे उद्यमियों को गांव और छोटे शहरों में निवेश का मौका बिल्कुल नहीं गंवाना चाहिए. आज हर क्षेत्र में हर स्टेकहोल्डर की भागीदारी बढ़ाने के लिए काम हो रहा है. हर क्षेत्र में चौतरफा रिफॉर्म किए गए हैं. भारत में कॉर्पोरेट टैक्स दुनिया में सबसे कंपीटिटिव है. भारत में आज फेसलेस असेसमेंट, फेसलेस अपील की सुविधा है.
पीएम-वाणी योजना के तहत देशभर में सार्वजनिक वाई फाई हॉटस्पॉट का नेटवर्क तैयार किया जाएगा. इससे गांव-गांव में कनेक्टिविटी का व्यापक विस्तार होगा. मेरा आपसे आग्रह है कि रूरल और सेमी रूरल क्षेत्रों में बेहतर कनेक्टिविटी की इन प्रयासों में भागीदार बनें.
बतादें फिक्की की 93वीं वार्षिक आम बैठक 11, 12 और 14 दिसंबर को आयोजित हो रही है. इसका थीम ‘प्रेरित भारत’ है. इस आयोजन में कई मंत्रियों, नौकरशाहों, उद्योग के मालिकों, राजनयिकों, अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों और अन्य प्रमुख उद्योगपतियों ने भाग लिया है.