मेट्रो के इन ख़तरनाक पुलों का ट्रायल शुरू, बालू की नौ हजार बोरियों के साथ इस तरह होगा परिक्षण
Ulta Chasma Uc : लखनऊ में मेट्रो का काम बड़ी तेजी के साथ चल रहा है. चारबाग से मुंशी पुलिया तक मेट्रो का लगभग पूरा काम हो चुका है. अब सिर्फ फिनिशिंग चल रही है. उसके बाद ट्रैक पर ट्रायल शुरू होगा. चारबाग से मुंशी पुलिया तक के ट्रायल से पहले गोमती नदी पर बने स्पेशल स्पैन पुल की क्षमता को परखा जाएगा.

बालू की नौ हजार बोरियों का भार
गोमती नदी पर बना ये स्पेशल स्पैन पुल काफ़ी लंबा है और इसके बीच में कोई सपोर्ट भी नहीं है. इसलिए सबसे पहले इसकी मज़बूती को परखा जायेगा. ताकि बाद में राहगीरों को किसी प्रकार का ख़तरा न हो. इस स्पेशल स्पैन पर ट्रायल के समय बालू की नौ हजार बोरियों का भार रखकर ट्रेन चलाई जाएगी. इसके साथ ही दो रैक भी 24 घंटे तक खड़े किए जाएंगे. अधिकारीयों ने बताया की बुधवार शाम तक दोनों रैक पुल पर आ कर खड़े हो जायेंगे.
173 मीटर लंबा है स्पेशल स्पैन पुल
कास्टिंग यार्ड में मेट्रो के वरिष्ठ अधिकारियों ने ट्रायल के विषय पर मंथन किया है. ट्रायल रन की तैयारियां लखनऊ मेट्रो रेल कारपोरेशन (एलएमआरसी) ने पूरी कर ली है. जब जब मेट्रो इस स्पेशल स्पैन पुल से गुजरेगी पुल पर पडऩे वाले दबाव की मॉनीटरिंग की जाएगी. इस तरह पुल की पूरी क्षमता का पता लगाया जायेगा. ये पुल 173 मीटर लंबा है.
भूमिगत मेट्रो स्टेशन और कल्टीवेटर स्टील स्पैन पुल का परिक्षण
स्पेशल स्पैन पुल के साथ ही मेट्रो की असली परीक्षा भूमिगत मेट्रो स्टेशन पर भी होगी. चारबाग से मुंशी पुलिया तक के रूट में तीन भूमिगत मेट्रो स्टेशन हैं. चारबाग से मेट्रो भूमिगत हो जाएगी. जिसमें पहला स्टेशन हुसैनगंज, दूसरा सचिवालय और तीसरा और आखिरी स्टेशन हजरतगंज होगा. इन तीनों गुफाओं से होते हुए गोमती नदी के स्पेशल स्पैन पुल को पार कर जब मेट्रो करामत कॉलेज के पास पहुंचेगी तो वहां बने कल्टीवेटर स्टील स्पैन पुल की भी क्षमता को एलएमआरसी परखेगी.
कैसे रखा जायेगा भार ?
ट्रायल में नौ हजार बोरियों का भार कैसे रखा जायेगा इसको भी जान लीजिये. दरअसल मेट्रो के दो रैक हैं एक रैक में तीन हजार बालू की बोरियां लोड कर दी गईं हैं जबकि दूसरे रैक में तीन हजार बोरियों की लोडिंग का काम भी पूरा हो गया है. और बची तीन हज़ार बोरियों को गोमती नदी स्थित स्पेशल स्पैन के ऊपर रखा जायेगा. हर बोरी का वजन 30 किलोग्राम होगा.
लोड टेस्टिंग के बाद स्पीड ट्रायल
गोमती नदी के स्पेशल स्पैन पुल पर 2.70 लाख किलोग्राम बालू की बोरियों के भार के साथ चार-चार बोगियों वाली दो मेट्रो ट्रेनों के रैक को 24 घंटे तक खड़ा किया जाएगा. यहीं प्रक्रिया करामत कॉलेज के सामने बने स्पेशल स्पैन कल्टीवेटर पर भी की जाएंगी. इनका लोड टेस्टिंग के बाद स्पीड ट्रायल भी किया जाना है. स्पीड ट्रायल के बाद ही सीआरएस का निरीक्षण होगा.
Web Title : lucknow metro gomti bridge will be tested
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