CM योगी ने किया आवासीय और अनावासीय भवनों का लोकार्पण, कहा- समस्याओं का समय से समाधान होगा
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिए राज्य के 12 जिलों में राजस्व विभाग के अंतर्गत निर्मित आवासीय और अनावासीय भवनों का लोकार्पण किया.

सीएम योगी ने विभिन्न जिलों के कलेक्ट्रेट और तहसीलों में 100 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से बनकर तैयार हुए 18 आवासीय व अनावासीय भवनों का लोकार्पण किया है. इस दौरान उन्होंने कहा कि सरकार वरासत अभियान पूरा करने के बाद लोगों को उनकी जमीन का हक दिलाने के लिए पैमाइश का विशेष अभियान शुरू करेगी. इस अभियान में भी वरासत की कार्यवाही छूट जाती है तो ऐसे मामलों में डीम्ड वरासत मानने की व्यवस्था की जाए.
साथ ही जिनके स्तर पर लापरवाही हो, उनकी जिम्मेदारी तय की जाए. मुख्यमंत्री ने पैमाइश की कार्यवाही 45 दिन में करने की समय सीमा को घटाने का भी निर्देश दिया है. प्रदेश की प्रशासनिक मशीनरी के साथ-साथ भूमि संबंधी विवादों के निपटारे में राजस्व विभाग की बहुत बड़ी भूमिका है. एक सामान्य नागरिक की समस्याओं का राहत देने में इसी विभाग का योगदान होता है.
आपदा के समय जब कोई विभाग कुशलता से कार्य करता है तो जनविश्वास का प्रतीक बनता है और जनविश्वास का प्रतीक बनकर ही हम लोग लोकतांत्रिक व्यवस्था को और मजबूत कर सकते हैं. आमजन की समस्याओं का समयबद्ध तरीके से समाधान हो सके इसके लिए इसके ध्यान में रखते हुए इन आवासीय और अनावासीय भवनों का निर्माण कराया गया है. इस दौरान मुख्यमंत्री ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई के जन्मदिन पर 25 दिसंबर को प्रदेश में स्वामित्व योजना के अंतर्गत घरौनी वितरण के विशेष कार्यक्रम का एलान किया है.
लोकार्पण के मौके पर राजस्व राज्यमंत्री विजय कुमार कश्यप, मुख्य सचिव आरके तिवारी, राजस्व परिषद के चेयरमैन दीपक त्रिवेदी, अपर मुख्य सचिव राजस्व रेणुका कुमार, अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री एसपी गोयल, अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल व अन्य अधिकारी उपस्थित थे.