बीजेपी का मिशन बंगाल, रैली करने पहुंचे BJP अध्यक्ष नड्डा के काफिले पर पथराव, टूटा कार का शीशा
2021 के पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में ममता बनर्जी को सत्ता से बेदखल करने के लिए बीजेपी कोई कसर नहीं छोड़ रही है. आए दिन कोई न कोई आंदोलन या कार्यक्रम कर तृणमूल सरकार को घेर रही है.

लेकिन आज पश्चिम बंगाल के डायमंड हार्बर में बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर हमला हो गया. नड्डा के बंगाल आगमन को लेकर प्रदर्शन कर रहे लोगों ने उनके काफिले को रोकने की कोशिश की और काफिले पर पथराव किया. इस दौरान काफिले में शामिल बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय की गाड़ी का शीशा भी टूट गया है. दोनों ही नेता पार्टी कार्यकर्ताओं की एक बैठक को संबोधित करने के लिए दक्षिण 24 परगना जा रहे हैं.
इस घटना का उन्होंने वीडियो भी जारी किया है.वहीं, टीएमसी ने इन आरोपों को सिरे से नकार दिया है. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने जेपी नड्डा की सुरक्षा में चूक को लेकर पश्चिम बंगाल सरकार से जवाब मांगा है. और राज्य सरकार को पत्र लिखा गया है.
बतादें कि बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा बुधवार को पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता पहुंचे हैं. यहां उन्होंने पार्टी के चुनावी कार्यालय समेत 9 कार्यालयों का वर्चुअल माध्यम से उद्घाटन किया. और कहा कि आज मैं यहां कार्यालय के उद्घाटन कार्यक्रम में आया हूं. मुझे खुशी है कि आज भाजपा के यहां 9 कार्यालय समर्पित हुए हैं. बंगाल में आगे चलकर भाजपा के 38 कार्यालय बनने हैं. राज्य में भाजपा के कार्यकर्ता भी बढ़ रहे हैं और कार्यालय भी बढ़ रहे हैं.
वहीं इससे पहले पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव से पहले ममता को दो झटके लग चुके हैं. दो बड़े नेताओं ने पार्टी छोड़ दी है. पार्टी के वरिष्ठ नेता और परिवहन मंत्री सुवेंदु अधिकारी ने इस्तीफा दे दिया है और विधायक मिहिर गोस्वामी बीजेपी में शामिल हो चुके हैं.
बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने विधायक मिहिर गोस्वामी को पार्टी की सदस्यता दिलाई थी. उसके बाद बंगाल बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा था कि सुवेंदु के लिए बीजेपी का दरवाजा हमेशा के लिए खुला है. बता दें कि कई महीने से विद्रोही रुख दिखा रहे सुवेंदु अधिकारी ने अचानक हुगली रिवर ब्रिज कमिश्नरेट (एचआरबीसी) के चेयरमैन पद से इस्तीफा दे दिया था. पार्टी ने उनके इस्तीफे को स्वीकार भी कर लिया था.
बिहार चुनाव जीतने के बाद बंगाल में जिस तरह ममता ने लेफ्ट में गढ़ में सेंध लागते हुए 2011 के विधानसभा चुनाव में 184 सीटों पर जीत हासिल की थी वैसा ही कुछ 2021 में बीजेपी करने जा रही है.